बालोतरा के निकटवर्ती पारलू गांव के पर्वतारोही ने साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलीमिंजारो पर बुधवार को तिरंगा फहराया है। युवा ने देश का गौरव बढ़ाते हुए कहा कि यह उसके परिवार और सहयोगियों की मदद से ही संभव हो सका है। वह अफ्रीका पहुंचा और आज इस चोटी पर भारत का तिरंगा लहरा रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता नरपतसिंह उमरलाई ने बताया कि पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने किलिमंजारो पर बुधवार सुबह 7 बजे भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। सिंघल ने चोटी पर 151 फीट का तिरंगा फहराया। उसने राजस्थान पुलिस का ध्वज भी लहराया। बालोतरा व क्षेत्र के लोगों ने सिंघल के साहसिक कार्य की सराहना की।
पिता ने गिरवी रख दी जमीन
बेटे की इच्छा रही कि वह दक्षिण अफ्रीका जाएगा और वहां पर किलीमिंजारो की चोटी पर तिरंगा फहराएगा। यह इच्छा पूरी होने में सबसे बड़ी बाधा पैसों की आई। अफ्रीका जाने के लिए पैसा नहीं होने पर पिता ने अपनी पुश्तैनी जमीन को गिरवी रख दिया और बेटे को उसकी इच्छा पूरी करने और देश का गौरव बढ़ाने के लिए अफ्रीका भेजा। पर्वतारोही एक सामान्य परिवार का युवा है। पिता घेवरराम किसान है।
Source: Barmer News