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बाड़मेर. नगर परिषद बाड़मेर निकाय चुनाव के बाद गुरुवार को आहूत प्रथम बोर्ड बैठक हंगामेदार रही। नंदी गोशाला संचालन व पिछले दिनों गोवंश की मौत के मामले में पक्ष-विपक्ष में घमासान मचा। आरोप-प्रत्यारोप का दौर काफी देर तक चला।
बोर्ड बैठक की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई। नंदी गोशाला संचालन को लेकर गत बैठक की कार्यवाही को आगे बढ़ाते हुए एमओयू के प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर विचार-विमर्श के पहले ही विपक्ष ने विधायक मेवाराम जैन व सभापति दिलीप माली को घेर लिया। जैसे ही गोशाला संचालन को लेकर बोर्ड बैठक के एजेंडे पर चर्चा के लिए कहा गया, इस पर विपक्ष के पार्षदों ने संचालन को लेकर सवाल खड़े कर दिए। साथ ही गत दिनों नंदी गोशाला में गोवंश की मौत को लेकर हंगामा मच गया। पक्ष-विपक्ष हंगामे के बीच अपनी बात कहते रहे। इस बीच विधायक मेवाराम जैन ने गोशाला संचालन का जिम्मा विपक्ष को देने का प्रस्ताव देते कहा कि आप चलो लो। आज से गोशाला का काम आप देखो। इस पर विपक्ष के पार्षद कुछ नहीं बोल पाए।
बेसहारा पशुओं से निजात कौन नहीं चाहता
बैठक में पार्षदों के आरोप-प्रत्यारोप चलता रहा। इस बीच कई पार्षदों ने कहा कि बेआसरा पशुओं से सभी लोग निजात चाहते हैं। शहर की गलियों और सड़कों पर विचरण करने से कई बार हादसे हो चुके हैं। इसलिए इनसे निजात मिलनी चाहिए।
कितने मरे पशु, जवाब चाहिए
नेता प्रतिपक्ष पृथ्वी चंडक ने सवाल करते पूछा कि कितने पशु पिछले दिनों नंदी गोशाला में मरे थे। इसका जवाब कौन देगा। उन्होंने कहा कि संचालन सही तरीके से नहीं हो रहा है। इस पर आयुक्त पवन मीणा ने जवाब देते कहा कि 85 पशु मरे थे। दो चरणों में पशु पकडऩे का अभियान चलाया गया। अभी गोशाला में 1025 पशु है। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि पशुओं की टैङ्क्षगग किए बिना आपने कैसे संख्या निर्धारित कर ली। इस पर आयुक्त कुछ नहीं बोल पाए।
संचालन के लिए मैने लोगों को मनाया
विधायक ने कहा कि मैं विपक्ष सहित सभी को प्रस्ताव देता हूं कि वे गोशाला का संचालन करें। कोई संस्था लेकर आ जाएं। हम उसके साथ एमओयू कर लेंगे। लेकिन कोई आगे आए तो सही। मैने गोशाला संचालन करने वालों को मनाया है कि वे इसे चलाएं।
आगे नहीं बढ़ पाई चर्चा
बैठक के पहले गोशाला संचालन एमओयू एजेंडे पर करीब 35 मिनट तक बहस ही होती रही। आखिर में सात दिन का समय देते हुए इसके लिए सुझाव मांगते हुए आगामी बैठक तक टाल दिया गया।
पालिका बाजार में कार्रवाई में किया भेदभाव
पालिका बाजार की दुकानों को सीज करने की कार्रवाई पर भी पार्षदों ने अपने सुझाव रखे। पार्षद दमाराम माली ने कहा कि दुकानदारों से पैनल्टी वसूल करके उनकी दुकानों को लौटाना चाहिए। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि नियमानुसार कोई भी दुकानदार पालिका बाजार की दुकान में परिवर्तन नहीं करवा सकते हैं। इससे हादसे की आशंका रहती है, इस पर विधायक बोले की कोई हादसा हुआ क्या? एक पार्षद ने पालिका बाजार में कार्रवाई को लेकर भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कुछ दुकानों को सीज की कार्रवाई की गई। जबकि कई दुकानों को छोड़ दिया गया।
खड़े होने लायक नहीं हैं पार्क
शादी व अन्य समारोह के लिए दिए आदर्श स्टेडियम में दी जाने वाली जगह के किराए में बढ़ोतरी पर एक-दो पार्षद भड़क गए। बोले की वहां खड़े रहने की स्थिति नहीं हैं। गंदगी फैली पड़ी है। पार्षद प्रीतमदास ने कहा कि वहां पहले सुविधाएं तो हो। किराए तो भले ही बढ़ाएं, लेकिन लोगों को सुविधाएं भी मिलनी चाहिए। इसी तरह नगर परिषद की अलग-अलग स्थानों पर दुकानों के किराया बढ़ाने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया।
दुकान व ठेले पर मिली पॉलीथिन तो लगेगा जुर्माना
बैठक में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए शहर को प्रतिबंधित पॉलीथिन से मुक्त करवाने पर चर्चा करते हुए जुर्माने की राशि निर्धारित की गई। प्रस्ताव में बताया कि बार-बार पॉलीथिन मिलने पर संबंधित दुकानदार की जुर्माना राशि बढ़ती जाएगी। व्यापारियों को जागरूक करने के लिए शहर में ऑटो से मुनादी भी करवाई जा रही है।
55 पार्षदों की रहीं मौजूदगी
बैठक में सभी 55 पार्षद मौजूद रहे। नवनिर्वाचित बोर्ड की पहली बैठक में प्रारंभ में सभी का सभापति दिलीप माली ने स्वागत करते हुए बधाई दी। बैठक में उपसभापति सुरतानसिंह, आयुक्त पवन मीणा, आरओ पवन प्रजापत सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

Source: Barmer News

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