सिवाना सामुदायिक चिकित्सालय में एक महिला की मौत के लिए चिकित्सक को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए गुरुवार को चिकित्सालय परिसर में धरना दिया गया। इधर परिजन व ग्रामीण मांगें न मानने तक शव अस्पताल से न उठाने पर अड़े हैं। उधर बाड़मेर चिकित्सा विभाग की ओर से डॉक्टर देवराज कड़वासरा को तत्काल प्रभाव से एपीओ करने के आदेश जारी किए गए। वहीं देर शाम तक धरना जारी रहा। इधर पूर्व विधायक गोपाराम मेघवाल, प्रधान मुकनसिह राजपुरोहित सहित समाज बंधुओं व ग्रामीणों ने चिकित्सालय परिसर में धरना देकर जिला कलक्टर बाड़मेर व मुख्य चिकित्सा अधिकारी बाड़मेर के नाम ज्ञापन दिए।
मरीज को लिए डोलते रहे, दम तोड़ दिया
ज्ञापन में बताया गया कि प्रार्थी महेंद्रकुमार पुत्र मेघाराम मेघवाल और सभी परिजन निवासी रमणिया ने बताया कि 8 मार्च 2023 बुधवार को रात को पप्पूदेवी पत्नी महेंद्र कुमार बीमार होने पर भटाराम मेघवाल के निजी वाहन से भाई सुरेश कुमार व काकी को साथ लेकर मोकलसर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां कंपाउंडर कानसिंह ने सिवाना अस्पताल जाने के लिए कहा। इस पर वे रात्रि में लगभग 3 से 3:30 बजे तक राजकीय अस्पताल सिवाना पहुंचे। वहीं सिवाना अस्पताल पहुंच कर कंपाउंडर को दिखाया, तब कंपाउंडर ने मरीज को डॉक्टर देवराज कड़वासरा को दिखाने के लिए कहा। ज्ञापन के अनुसार उन्होंने डॉक्टर के आवास का दरवाजा खटखटाया व बेल बजाई तो उन्होंने बाहर आ कर मरीज को देखना उचित नहीं समझा। तब वापस कंपाउंडर के पास गए तो उन्होंने बाजार से ईसीजी करवाने की सलाह दी। तब परिजनों मरीज को लेकर मातेश्वरी अस्पताल गए। वहां पर भी कोई सुनने वाला नहीं होने पर मरीज को लेकर वापस सरकारी अस्पताल आए। वे करीब दो घंटे मरीज को लेकर वहीं अस्पताल के आगे खड़े रहे और मरीज तड़पता रहा। इलाज न होने पर मरीज पप्पूदेवी ने सुबह दम तोड़ दिया।
आरोप है कि डॉ देवराज कड़वासरा समय पर उठ कर मरीज का इलाज करते या बालोतरा रेफर करते और मरीज का इलाज होता तो मौत नहीं होती। परिजनों ने डॉक्टर पर नशे की हालत में होने का आरोप लगाया, जिनका मेडिकल करवाया जाए। ज्ञापन में बताया कि पप्पूदेवी ने इलाज न होने के कारण दम तोड़ा है। डॉक्टर कड़वासरा सिवाना राजकीय अस्पताल के मुख्य अधिकारी हैं, जिनकी लापरवाही से मरीज पप्पूदेवी की मौत हुई है।
मांगें नहीं मानने तक शव अस्पताल से नहीं उठाएंगे
परिजनों व ग्रामीणों का कहना है कि डॉक्टर देवराज कड़वासरा को तत्काल निलंबित कर कानूनी कार्रवाई करवाने व धारा 302 के तहत मामला दर्ज करवाने व गरीब परिवार को आर्थिक सहायता देने व पीड़ित परिवार की मांगें नहीं मानने तक मृतक का शव अस्पताल से नहीं उठाया जाएगा। ज्ञापन में बताया गया कि डॉक्टर की घोर लापरवाही से पप्पूदेवी की मौत हुई है। प्रशासन से समय रहते कार्रवाई की मांग की गई। चिकित्सालय परिसर में धरना देने पर सिवाना एसडीएम व पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा।
Source: Barmer News