जोधपुर।
बजरी के खनन व परिवहन (Bajari mining in Jodhpur) में लीज जारी किए जाने के बावजूद गड़बडि़यां की जा रही हैं। जिससे सरकार को भारी राजस्व हानि हो रही है। ई-रवन्ना (E Rawanna for bajari mining) ट्रांजिट पास में गड़बड़झाला होने लगा है। बजरी परिवहन में अवधि पार ई-रवन्ना का उपयोग किया जा रहा है। वहीं, ई-रवन्ना में अंकित बजरी के वजन से अधिक यानि ओवरलोड बजरी डम्पर में भरकर बेची जा रही है। गत दिनों आसोप थाना पुलिस ने बजरी से भरे दो डम्पर पकड़कर ई-रवन्ना ट्रांजिट पासों की जांच की तो यह घोटाला उजागर हुआ।
क्षमता से अधिक बजरी का परिवहन
आसोप थाना पुलिस की कार्रवाई में जब्त बजरी से भरे दो डम्पर चालकों के पास ऑनलाइन जारी ई-रवन्ना ट्रांजिट पास अवधि पार तो थे ही उनमें ओवरलोड बजरी भी भरी थी। चालकों ने पुलिस को बताया कि ई-रवन्ना ट्रांजिट पास में जो वजन अंकित है उससे अधिक मात्रा में बजरी डम्पर में भरी हुई है। ई-रवन्ना में बजरी का वजन कम अंकित था। जबकि बजरी मंगाने वाले से वास्तविक वजन के हिसाब से राशि वसूली जा रही है। इस प्रकार लीज राशि कम वसूल करके सरकार को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। आसोप थाना पुलिस ने अग्रिम कार्रवाई के लिए इन गड़बड़ी के संबंध में खनिज विभाग के अधीक्षक खनिज अभियंता को लिखित में सूचित किया था।
केस : 1
5 जनवरी : आसोप थाना पुलिस ने थाने के सामने नाकाबंदी के दौरान बजरी से भरा एक डम्पर रोका था। चालक दस्तावेज पेश नहीं कर सका था। उसने सिर्फ ऑनलाइन जारी ई-रवन्ना ट्रांजिट पास पुलिस को सौंपे। जांच करने पर सामने आया कि इस ई-रवन्ना ट्रांजिट पास की अवधि निकल चुकी थी। यह ई-रवन्ना ट्रांजिट पास 4 जनवरी रात 9.40 बजे जारी किया गया था और इसकी अवधि 5 जनवरी तड़के 3.10 बजे तक की ही थी। जबकि पुलिस ने डम्पर पकड़ा तब यह समयावधि निकल चुकी थी।
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केस : 2
5 जनवरी : पुलिस ने आसोप थाने के बाहर बजरी से भरा एक अन्य डम्पर पकड़ा था। चालक ने मूल दस्तावेज होने से इनकार कर दिया था। उसने पुलिस को ऑनलाइन जारी ई-रवन्ना ट्रांजिट पास पेश किए। जांच में यह ई-रवन्ना भी अवधि पार निकला। यह ई-रवन्ना ट्रांजिट पास 4 जनवरी शाम 6.26 बजे जारी किया गया था और इसकी अवधि 5 जनवरी रात 2.56 बजे तक ही थी। जो पुलिस कार्रवाई के दौरान अवधि पार हो गई थी।
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‘विभाग की ओर से लगातार जांच व कार्रवाइयां की जा रही हैं। ओवरलोड डम्पर पकड़कर पेनल्टी वसूली जा रही है। यदि गड़बड़ी की कोई शिकायत है तो कार्रवाई की जाएगी।’
श्याम चौधरी, खनि अभियंता, जोधपुर।
Source: Jodhpur