बाड़मेर-जालोर हाईवे पर लूनी नदी के किनारे शुक्रवार देर रात बजरी रॉयल्टी कर्मचारियों की तेज रफ्तार गाड़ी संतुलन बिगड़ने से पलट गई। गाड़ी पलटने से गाड़ी में सवार तीन रॉयल्टी कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलने पर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे व क्षतिग्रस्त गाड़ी से गंभीर घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां एक की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं दो अन्य गंभीर घायलों को रेफर किया गया।
सिणधरी थाना पुलिस के अनुसार रॉयल्टी कर्मचारियों की गाड़ी बजरी गाड़ियों का रवन्ना चैक करके वापस लौट रही थी। इस दौरान लूनी नदी किनारे वाकल माता मंदिर के पास पेड़ से टकराते हुए पलट गई। पुलिस के अनुसार गाड़ी में सवार राजेंद्र सिंह (32) पुत्र गोविंद सिंह निवासी गेलासर कुचामन सिटी नागौर को गंभीर घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने राजेंद्र सिंह को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने युवक का शव राजकीय अस्पताल मोर्चरी में रखवाया, वहीं परिजनों को सूचना दी।
तेज गति के चलते हादसा
जानकारी के अनुसार बाड़मेर की तरफ से रॉयल्टी कर्मचारियों की गाड़ी बजरी से भरे ट्रक के रवन्ना चेक करके वापस लौट रही थी उसी दौरान तेज गति में होने के कारण घुमावदार मोड़ पर संतुलन बिगड़ने से गाड़ी पेड़ से टकराकर पलट गई, वही हादसे के दौरान हाईवे किनारे दुकानों के आगे खड़ी एक पिकअप गाड़ी से टकरा गई।गनीमत रही हादसे के दौरान दुकानों के आगे 15 से 20 लोग खड़े थे जो गाड़ी की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए।
रॉयल्टी कर्मचारियों का नहीं सत्यापन
लूनी नदी में बजरी का वैध खनन शुरू होने के बाद चेक पोस्ट पर रहने वाले रॉयल्टी कर्मचारियों का पुलिस थाने में कोई स्थाई सत्यापन नहीं है, जिसके चलते यहां पर जगह-जगह चेक पोस्ट पर रहने वाले लोगों के नाम पता किसी के पास भी नहीं है। हादसे के बाद अस्पताल में घायलों का नाम जानने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इतना ही नहीं, यहां पर कार्यरत चेक पोस्ट के बड़े कार्मिकों के पास भी कोई विशेष जानकारी नहीं है।
Source: Barmer News