Posted on

तिलवाड़ा पशु मेला-
म्है आज खुश हूं….म्हारो मारवाड़ संस्कृति रै सागै जीवे- गजसिंह
जसोल .
म्है आज खुश हूं…म्हारो मारवाड़ संस्कृति रे सागै जीवेे। तिलवाड़ा रे इण मेळा में आवता थका पूरो जीवन बितायो। आधुुनिक चकाचौंध में लागै मेळां ने निजर लागगी पण अठै आयो तो लागो म्हारे मारवाड़ रा लोगां रे बीच मेळो जीवतो है। इतरा सारा प्रबंध और लोगों की हूंस देख अर जीव राजी व्हीयो। पूर्व सांसद गजसिंह ने यह बात तिलवाड़ा मेले में घुड़दौड़ और अन्य आयेाजन देखने पर साझा की। करीब तीन घंटेे तक मेला मैदान में उपस्थित रहकर उन्होंने पशुपालकों, किसानों और आयोजन में सहयोग करने वाले लोगों को प्रोत्साहित किया। जिला कलक्टर लोकबंधु यादव के साथ में मेले की व्यवस्थाओं को लेकर बात की। रावल किशनसिंह और त्रिभुवनसिंह ने उनको मेला व्यवस्थाओं व आयोजन की जानकारी दी।
जसोल मंदिर को देखकर अभिभूत हुए
जोधपुर के पूर्व सांसद गजसिंह ने जसोलधाम मंदिर में दर्शन कर देश में खुशहाली की मंगल कामना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सर्व समाज के लोग आस्था के साथ इस मंदिर मे आते हैं। जिनको माता के दर्शनों का लाभ मिल रहा हैं। संस्थान की ओर से सराहनीय कार्य किया जा रहा हैं। जसोल धाम का बेहद ही खूबसूरत नजारा लग रहा है। जसोल माता के साक्षात दर्शन मन को उस क्षेत्र के प्रति जोड़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने अपनी सेवानिवृत्त कार्यों के बाद अपना अमूल्य समय जसोलधाम को संवारने में लगाया हैं।
घुड़दौड़ का आनंद रहा चरम पर
मेले में घुड़दौड़ का आनंद चरम पर रहा। शाम पांच बजे प्रशासन की ओर से आयोजित इस दौड़ में आसोतरा गादीपति तुलसाराम महाराज का सान्निध्य रहा। हजारों दर्शकों की मौजूदगी में उद्यमी एवं समाजसेवी तनसिंह चौहान की स्मृति में यह दौड़ शुरू हुुई। तीन प्रकार की दौड़ को देखने के लिए उत्साह देखते ही बना। तीनों द ौड़ के विजेताओं को यहां प्रथम,द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। जोगेन्द्रसिंह चौहान, राजेन्द्रङ्क्षसह चौहान, पृथ्वीराजसिंह कोळूल की उपस्थिति रही।
यह रहे मौजूद:
विक्रम सिंह सिणधरी, त्रिभुवन सिंह बाड़मेर सहित अतिथियों ने विजेता घोड़े पालको ंको पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर बालोतरा अतिरिक्त जिला कलेक्टर अश्विनी के पंवार, प्रशिक्षु आई ए एस अवध निवृति सोमनाथ, उपखण्ड अधिकारी विवेक व्यास, भामाशाह पृथ्वी राज कोलू, जोगेंद्र सिंह चौहान,रतनसिंह बाखासर सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारी एवं विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। संचालन रघुवीरसिंह तामलौर ने किया।
यह रहे विजेता
इस घुड़ दौड़ में 26 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें रेवाल चाल में रूपसिंह खारा अपने बाज घोड़े के साथ प्रथम स्थान, गणपत सिंह राजा हिंदुस्तानी घोड़े के साथ दूसरे स्थान पर और हरिराम बिश्नोई हंस घोड़े से साथ तीसरे स्थान पर रहे। विजेताओं को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

Source: Barmer News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *