जोधपुर।
हाईकोर्ट की एलडीसी भर्ती परीक्षा का फर्जी प्रश्न पत्र के खरीद-फरोख्त का मुख्य आरोपी सरकारी अस्पताल में मेल नर्स है और वह भोजासर थानान्तर्गत मानवेड़ा गांव की सीएचसी में पदस्थापित है। पुलिस ने उसको पकड़ने के लिए मंगलवार को नागौर जिले के ईशरनावड़ा गांव में दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला।
पुलिस के अनुसार प्रकरण में भोपालगढ़ थानान्तर्गत नाडसर गांव निवासी गणपतराम (38) पुत्र चंदाराम मेघवाल व खेड़ापा में मेघवालों का बास निवासी रामनिवास (32) पुत्र पांचाराम मेघवाल दो-दो दिन रिमाण्ड पर हैं। इन दोनों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। डाक विभाग में कार्यरत आरोपी रामनिवास ने नागौर जिले में ईशरनावड़ा गांव निवासी रामदीन पुत्र पूनाराम जाट से तीन लाख रुपए एलडीसी का फर्जी प्रश्न खरीदा था और बदले में दो लाख रुपए दिए थे। फिर रामनिवास व शिक्षक गणपत ने 4-4 लाख रुपए में 17 अभ्यर्थियों को बेच दिया था।
अभ्यर्थी ललिता व किशनाराम को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया गया है। जबकि अन्य 15 अभ्यर्थी अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं।
नर्स रामदीन की तलाश में पुलिस का एक दल ईशरनावड़ा गांव पहुंचा और घर व अन्य जगहों पर दबिश दी, लेकिन भूमिगत होने से वह पकड़ा नहीं जा सका। आरोपी रामदीन मानेवड़ा गांव की सीएचसी में पदस्थापित है।
रिमाण्ड पर चल रहे रामनिवास से पूछताछ में सामने आया कि रामदीन का अजमेर के शिवलाल से सम्पर्क था। दोनों की आपस में बातचीत होती थी। अंदेशा है कि रामदीन उसी के मार्फत प्रश्न पत्र लाकर बेचता था। रामनिवास ने लाब्रेरियन व केन्द्रीय विद्यालय की लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र बेचना भी कबूल किया है। इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।
Source: Jodhpur