जोधपुर।
पड़ोसी देश नेपाल। जो न सिर्फ जोधपुर बल्कि राजस्थान के बड़े बदमाशों के लिए आसान शरणस्थली बनता जा रहा है। जोधपुर का हार्डकोर व हिस्ट्रीशीटर कैलाश मांजू के बाद लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा पवन सोलंकी नेपाल में फरारी काट चुके हैं। वहीं, गैंगवार के चलते चौपासनी बाइपास पर आवासीय कॉलोनी के बाहर हिस्ट्रीशीटर राकेश मांजू पर फायरिंग करवाने का मुख्य सूत्रधार और इनामी विक्रम सिंह नांदिया के भी नेपाल में छुपे होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
बेरोकटोक सीमा पार जाओ और लौट आओ
नेपाल जाने के लिए पासपोर्ट अथवा वीजा की आवश्यकता नहीं है। भारत-नेपाल सीमा पर सिर्फ परिचय पत्र दिखाकर कोई भी व्यक्ति आसानी से सीमा पार कर नेपाल जा सकता है। इसके अलावा नेपाल जाने के लिए कई अन्य रासते भी हैं।
विदेश में पकड़े जाने पर स्वदेश लाने में मशक्कत
आपसी सम्पर्क के चलते बदमाश गिरोह नेपाल में आसानी से पनाह ले रहे हैं। आपसी सम्पर्क के चलते उन्हें वहां छुपने व रहने में कोई परेशानी नहीं होती है। यदि नेपाल पुलिस उन्हें पकड़ लेती है तो भारत लेकर आना काफी मशक्कत भरा हो जाता है।
कैलाश मांजू
मूलत: बालेसर थानान्तर्गत भाटेलाई पुरोहितान हाल जोधपुर निवासी हार्डकोर व हिस्ट्रीशीटर कैलाश मांजू ने परिवार सहित लम्बे समय तक नेपाल में फरारी काटी थी। पुलिस कमिश्नरेट के अलावा जोधपुर ग्रामीण पुलिस उसकी तलाश में हाथ-पांव मार चुकी थी, लेकिन वो पकड़ में नहीं आ सका था। करीब चार साल पहले पिता के निधन पर अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए वह पैतृक गांव पहुंचा था तब पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ा था। वह वर्तमान में भी फरार है और पांच हजार रुपए का इनाम घोषित है।
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पवन सोलंकी
मण्डोर थानान्तर्गत पदाला बेरा निवासी हिस्ट्रीशीटर पवन सोलंकी और गैंग ने 4 मार्च को सरदारपुरा बी रोड पर हवाला कारोबारी ऑफिस से 45 लाख रुपए लूटे थे। राशि का बंटवारा कर पवन सोलंक नेपाल भाग गया था। पुलिस उसे पकड़ने नेपाल पहुंची तो वह गोवा पहुंच गया था, जहां से गत 18 मार्च को उसे पकड़ा गया था।
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विक्रमसिंह नांदिया
मूलत: नांदिया प्रभावती हाल जोधपुर निवासी हिस्ट्रीशीटर विक्रमसिंह नांदिया पर पांच हजार रुपए का इनाम है। कैलाश मांजू व गैंग से खूनी रंजिश है। इसी के चलते एक फरवरी को उसने चौपासनी बाइपास वीतराग सिटी के मुख्य गेट पर कैलाश मांजू के भाई राकेश मांजू पर फायरिंग करवाई थी। वारदात के बाद से वह फरार है। उस पर पांच-पांच हजार के दो इनाम घोषित हैं। पुलिस कमिश्नरेट के अलावा जोधपुर जिला ग्रामीण पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस ने गत दिनों उसके गांव में मकान पर दबिश दी थी, लेकिन वहां कोई नहीं मिला था। उसके भी नेपाल भागने का अंदेशा है।
Source: Jodhpur