जोधपुर।
रातानाडा में भाटी चौराहे के पास पुलिस हिरासत में बंदी सुरेशसिंह की हत्या में शामिल शूटर अजयपालसिंह उर्फ एपी 15 महीने बाद भी फरार है। उस पर एक लाख रुपए का इनाम है। वह जोधपुर, बाड़मेर, जालोर ही नहीं बल्कि शेखावटी, प्रतापगढ़ व अहमदाबाद के कई गिरोह के सम्पर्क में है। फरारी में उसके आर्थिक मददगारों में राजनीतिक रसूखदार भी शामिल हैं। यह मददगार पुलिस के राडार पर है। उधर, पैरोल से फरारी में मदद करने के आरोप में एक और हिस्ट्रीशीटर को बुधवार को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार जनवरी 2019 में अजयपालसिंह उर्फ एपी पैरोल से फरार हो गया था। इस मामले में पाली जिले के मणिहारी गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर प्रवीणसिंह पुत्र जब्बरसिंह को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। उसके हिस्ट्रीशीटर पिता जब्बरसिंह, भाई भरतसिंह व शूटर हिमांशु रिमाण्ड पर हैं। चारों से संयुक्त व पृथक-पृथक पूछताछ की जा रही है।
रसूखदार व ठेहट गिरोह से भी सम्पर्क में
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो केलावा कला निवासी अजयपालसिंह उर्फ एपी वर्ष 2015 से 2019 तक जेल में बंद रहा था। इस दौरान कई गिरोहों से सम्पर्क में आ गया था और समानान्तर गैंग बना ली थी। उसके बाड़मेर जिले के सिवाना व जालोर के कुछ लोगों के अलावा चूरू, सीकर व प्रतापगढ़ की कुछ गैंग भी सम्पर्क में होने की संभावना है। हाइवे निर्माण करने वाले राजनीतिक रसूखदार भी उसके सम्पर्क में हैं। अहमदाबाद में ड्रग्स तस्कर भी उसकी आर्थिक मदद कर रहे हैं।
Source: Jodhpur