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केंद्रीय मंत्री शेखावत ने अपने संबोधन में जल क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा 19 लाख 40 करोड़ से अधिक के निवेश समेत पेयजल और स्वच्छता के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) को प्राप्त करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के विषय में विस्तार से चर्चा की। शेखावत ने कहा कि भौगोलिक परिस्थितियों की भिन्नता के कारण भारत दुनिया में भूजल के सबसे बड़े उपयोगकर्ताओं में से एक है। भूजल स्तर को बहाल करने और ग्रामीण जल सुरक्षा योजनाओं के माध्यम से जल की मांग और आपूर्ति में संतुलन के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। पानी के उपयोग और संरक्षण के साथ-साथ व्यवहार में परिवर्तन के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।

स्वच्छता और शुद्ध पेयजल के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है। यह सतत विकास लक्ष्य में निहित लक्ष्यों को प्राप्त करने में मददगार साबित होगा। वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण घर में नल से जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। शेखावत ने कहा कि भारत के महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट नमामि गंगे को संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा दुनिया के शीर्ष 10 फ्लैगशिप मिशन में शामिल किया गया। इस मिशन ने नदी के पुनर्जीवन, प्रदूषण में कमी, पारिस्थितिक तंत्र के संरक्षण और नदी बेसिन प्रबंधन के समग्र दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। जल मंत्री ने अर्थ गंगा के तहत हुए सराहनीय कार्यों को भी गिनाया।

फ्रांस के मंत्री से मिले शेखावत
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने संयुक्त राष्ट्र जल सम्मेलन में फ्रांस के पर्यावरण मंत्री क्रिस्टोफ बेचू से मुलाकात की। शेखावत ने कहा कि मोदीजी के नेतृत्व में फ्रांस से हमारे संबंध मजबूत हुए हैं। इसी के अनुरूप आज दोनों देशों ने जल क्षेत्र में भी घनिष्ठ साझेदारी सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई है। बेचू ने प्रधानमंत्री मोदीजी द्वारा जल शक्ति मंत्रालय के निर्माण और जल के विषय में एकीकृत दृष्टिकोण की सराहना की।

शेखावत की फिंक- हूइजर से विशेष वार्ता
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र जल सम्मेलन में भारत-यूरोपीय संघ द्विपक्षीय बैठक के दौरान केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की यूरोपीय आयोग पर्यावरण महानिदेशालय की महानिदेशक फ्लोरिका फिंक- हूइजर से विशेष वार्ता हुई। भारत और यूरोपीय संघ जल के विषय पर तकनीकी सहयोग में एक स्वस्थ साझेदारी साझा करते हैं। शेखावत ने रिवर सिटीज़ एलायंस का विचार प्रस्तुत किया, जिसका यूरोपीय संघ ने सहर्ष स्वागत किया। दोनों पक्षों ने नदी पुनर्जीवन और प्रदूषण उपशमन से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की।

Source: Jodhpur

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