सीमा बढऩे के साथ बढ़ेगी चुनौतियां,पदरिक्तता से जूझ रही नगरपरिषद
बाड़मेर. राज्य सरकार के एक आदेश से नगरपरिषद बाड़मेर का दायरा 1400 एकड़ से बढ़कर 15000 एकड़ हो गया है। परिषद का दायरा बढऩे के साथ चुनौतियां भी बढऩे वाली है क्योंकि भौतिक व मानवीय दोनों संसाधनों के विस्तार जरूरत पड़ गई है। जबकि स्थिति यह है कि 1400 एकड़ की नगरपरिषद में भी स्वीकृत पदों के विरुद्ध मात्र 62 प्रतिशत अधिकारी कर्मचारी कार्यरत है, 38 प्रतिशत खाली पड़े हैं। खासकर सफाई कर्मचारियों के नए पद सृजित करने एवं नवसृजित व पहले से ही रिक्त पड़े पद भरने की चुनौती खड़ी है।
लग जाएंगे छह महीने
सीमा विस्तार पर मुहर लगने के बाद अब आगे की प्रक्रिया शुरू हो रही है। राजस्व महकमे की ओर से नगरपरिषद को नवसीमांकित खसरे हस्तांतरित करने का कार्य सोमवार से आरंभ होगा। यह प्रक्रिया होने के बाद नए मास्टर प्लान की जरूरत पड़ेगी। नए मास्टर प्लान की प्रक्रिया में कम से कम 90 दिन का समय लगेगा। इस बीच नगरपरिषद की ओर से सीमा विस्तार के अनुसार नए पदों व संसाधनों के सृजन की रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार से स्वीकृति लेनी होगी। सब कुछ समय पर होता है तो भी इस प्रक्रिया में कम से कम छह माह लगने की संभावना है।
अभी पदों की यह स्थिति
स्टाफिंग पैटर्न के अनुसार नगरपरिषद बाड़मेर में वर्तमान में कुल 617 पद स्वीकृत है, जिसके विरुद्ध 387 अधिकारी, कर्मचारी कार्यरत है। कुल 230 पद रिक्त पड़े हैं। इसमें सफाई कर्मचारियों के 487 पदों के विरुद्ध 156 पद खाली चल रहे हैं। पैटर्न के अनुसार एक हजार की आबादी पर चार सफाई कर्मचारियों का होना जरूरी है। नगरपरिषद बाड़मेर इस अर्हता को पूरा नहीं कर रही है। इसके अलावा लेखाधिकारी व सहायक लेखाधिकारी, अधिशाषी अधिकारी जैसे अधिकारियों के कई महत्वपूर्ण पद खाली चल रहे हैं।
40 प्रतिशत पद सृजित होंगे
नए सीमा विस्तार से नगरपरिषद क्षेत्र में करीब 70 हजार नई आबादी जुड़ जाएगी। इससे करीब 35 नए वार्ड बनेंगे। वर्तमान में परिषद में 55 वार्ड है, जो बढ़कर 90 तक पहुंचने की संभावना है। ऐसे में सफाई कर्मचारियों के करीब 150 पद सृजित होने की उम्मीद है। जल, विद्युत, स्वच्छता, राजस्व, निर्माण, लेखा महकमों में अधिकारियों व संस्थागत कर्मचारियों के पदों में तीस प्रतिशत इजाफा होने का अनुमान है। औसतन पूरे महकमे में चालीस प्रतिशत नए पद सृजित होने वाले हैं।
संसाधनों का होगा विस्तार
अब तक नगरपरिषद क्षेत्र में सघन आबादी थी, लेकिन नए जुड़े क्षेत्र में आबादी का घनत्व कम है परन्तु क्षेत्र काफी बड़ा हो गया है। ऐसे में ट्रेक्टर, जेसीबी मशीन, अग्निशमन वाहन, सफाई मशीनें इत्यादि संसाधनों की जरूरतों का विस्तार करने की जरूरत रहेगी।
Source: Barmer News