बाड़मेर. बाड़मेर शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी है। वाहनों की पार्किंग हो या लेन में चलना, हर जगह नियमों की धज्जियां उड़ी हुई दिख रही है। कहीं पर भी वाहन पार्क करने पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। वहीं शहर में भारी वाहनों पर भी कोई रोक नहीं है। पानी से भरे टैंकर तो यहां 24 घंटों दौड़ते दिख जाएंगे। ऐसे वाहन शहर में चलने वाले नियमित ट्रॉफिक के लिए खतरा बन चुके है। लेकिन जिम्मेदार इस तरफ देख भी नहीं रहे हैं। जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। जिसका उदाहरण पिछले दिनों विवेकांनद सर्कल पर हुआ हादसा है। जिसमें डम्पर ने स्कूटी सवार एक युवक को कुचल दिया था।
शहर में ट्रक और डम्परों के आने-जाने पर भी कोई रोक-टोक नहीं है। शहर की रॉय कॉलोनी और अन्य मार्गों पर पूरे दिन डम्पर दौड़ते हैं। जबकि नियमानुसार भारी वाहनों का शहर में प्रवेश का समय निर्धारित होता है। लेकिन यहां पर किसी भी समय सड़कों पर भारी वाहन चलते दिख जाएंगे। किसी भी नाके पर कोई नहीं रोकता है। इसके कारण चालक बेखौफ है। शहर के व्यस्त इलाकों से रफ्तार से वाहनों का दौड़ा रहे हैं।
सामान से भरी ट्रॉलियों और पानी के टैंकर
निर्माण सामग्री से भरी टै्रक्टर ट्रॉलियां शहर में धड़ल्ले से आवाजाही कर रही है। इनमें लोहे के सरिए भरे और बजरी भरी रहती है। सरिए के कारण पहले ही दुर्घटनाएं हो चुकी है। लेकिन व्यस्त क्षेत्रों से वाहन निकल रहे है। पुलिस के सामने से होकर वाहन गुजरते हैं, लेकिन कोई रोकता नहीं है। इसी तरह पानी के टैंकर तो यहां हमेशा ही चलते दिख जाएंगे। जबकि पूर्व में पानी के टैंकरों के लिए शहर में प्रवेश का नियम था, लेकिन अब 24 घंटे आवाजाही की खुली छूट मिली हुई है।
यहां सुबह-शाम निजी बसों का कब्जा
शहर के सबसे व्यस्त सर्कल अहिंसा चौराहे पर सुबह और शाम को निजी वाहनों का कब्जा रहता है। जबकि दोनों समय सुबह स्कूल की बसें चलती है, जिनके लिए निजी बसों और भारी वाहनों से दुर्घटना होने का हमेशा अंदेशा रहता है। स्टेशन के पास और दूसरी तरफ सड़क पर बसें खड़ी करने से आवाजाही के लिए जगह नहीं बचती है। जबकि सुबह और शाम के समय यहां पर सबसे ज्यादा व्यवस्तता रहती है। लेकिन निजी बसें आज भी यहीं पर खड़ी हो रही है।
बिना हेलमेट कार्रवाई, भारी वाहनों को छूट
शहर में बिना हेलमेट पर चालक के खिलाफ कार्रवाई होती रहती है। चालान भी काटा जाता है। लेकिन भारी वाहनों और क्षमता से अधिक सामान भरकर ले जाने वालों के खिलाफ कभी चालान होते नहीं देखा। यातायात पुलिस के सामने से ऐसे वाहन आराम से निकलते हैं।
26 मार्च को हुआ था विवेकांनद सर्कल पर हादसा
बाड़मेर में विवेकानंद सर्कल पर गत 26 मार्च को हादसा हुआ था। यहां पर डम्पर ने स्कूटी चालक युवक को कुचल दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। इस हादसे के बाद भी पुलिस प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया और भारी वाहन शहर की सड़कों पर दौड़ रहे हैं।
पाबंदी लगाई जाएगी
बाड़मेर शहर में भारी वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी लगाई जाएगी। पानी के टैंकर वालों से समझाइश की जा रही है। शहर में आने के लिए समय निर्धारित किया जाएगा। शहरी यातायात को व्यविस्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विक्रमसिंह, यातायात प्रभारी बाड़मेर
Source: Barmer News