बाड़मेर के असाड़ी गांव में बुधवार को अनुसूचित जाति के एक युवक की हत्या के विरोध में शुक्रवार सुबह मौन जुलूस निकाला गया। इससे पहले चौहटन सर्कल पर बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस दौरान जयंती समारोह के अन्य कार्यक्रम स्थगित करते हुए मौन जुलूस में लोग शामिल हुए। जुलूस चौहटन सर्कल से रवाना होकर अस्पताल परिसर में दिए जा रहे धरने में शामिल हुआ।
बाड़मेर में निकाले गए मौन जुलूस में बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति के लोग और संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से निकला जुलूस अस्पताल परिसर के धरना स्थल पर पहुंचा। जिले के करीब सभी क्षेत्रों से दलित समाज के लोग शामिल हुए।
गांवों से पहुंच रहे लोग
धरने में शामिल होने के लिए शुक्रवार सुबह से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो पूरे दिन चला। बड़ी संख्या में वाहनों और अन्य साधनो से अनुसूचित जाति के लोग और संगठनों से जुड़े पदाधिकारी राजकीय अस्पताल में चल रहे धरने में शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि धरना पिछले तीन दिनों से जारी है। परिजनों और समाज के छह सूत्री मांग पर वार्ताएं हो चुकी है। लेकिन सहमति नहीं बन पाई है।
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छह सूत्री मांगे
एससी-एसटी एकता मंच के बैनर तले उदाराम मेघवाल व लक्ष्मण वडेरा के नेतृत्व में जिला कलक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम छह सूत्री मांग पत्र भेजा गया, जिसमें ये मांगें रखी गई।
-नामजद आरोपियों व साजिश रचने वालों को गिरफ्तार किया जाए
-मृतक कोजाराम के परिवार के दो सदस्यों को नौकरी दी जाए
-परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा दिया जाए
-कोजाराम व उसके परिजनों की ओर से दर्ज करवाए गए जिन मामलों में एफआर दी गई है, उन्हें रि-ओपन किया जाए
-कोताही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई की जाए
-कोजाराम की हत्या की साजिश रचने वालों का खुलासा किया जाए
Source: Barmer News