जोधपुर. राजनीति में हमेशा अपनी सक्रियता दिखाने वाली ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा कानून में पीएचडी के लिए एंट्रेस टेस्ट में सफल नहीं हो पाईं। उन्होंने विधि विषय में पीएचडी करने के लिए एमपीईटी- 2022 परीक्षा दी थी। वे जेएनवीयू से सीनेट सदस्य भी है।
जेएनवीयू की ओर से पीएचडी की रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए आयोजित एमपीईटी- 2022 परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया है। जेएनवीयू की एमपीईटी परीक्षा के तहत कला, विज्ञान, वाणिज्य व विधि संकायों में कुल 275 रिक्त सीटों के लिए 1795 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। कुल 1204 अभ्यर्थी क्वालिफाइड घोषित किए गए है।
एमपीईटी- 2022 आयोजित कराने की जिम्मेदारी जो कुलपति प्रो केएल श्रीवास्तव ने सौंपी थी, उसे विवि के एक्ट व आर्डिनेंस के तहत निष्पक्ष व समय पर संपन्न करवाया है। अगले 10 दिवस के भीतर सफल अभ्यर्थियों की विषयवार सूची मय नेट-जेआरएफ की सूची संबंधित विभागों को प्रेषित कर दी जाएगी।
– प्रो. के.आर. गेनवा, समन्वयक, एमपीईटी-2022
देहात युवा अध्यक्ष सफल
पीएचडी की रिक्त सीटों में विधि संकाय की 7 रिक्त सीटों पर 130 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जिसमें से 72 अभ्यर्थी क्वालिफाइड हुए है। उनमें कांग्रेस के जोधपुर देहात युवा अध्यक्ष रामनिवास विश्नोई (बुधनगर) ने जहां परीक्षा क्वालिफाइड की है। ओबीसी कैटेगरी में विश्नोई ने 200 में से 98 नंबर प्राप्त करके क्वालिफाइड किया है।
200 में से 68 नंबर
विधायक दिव्या मदेरणा अनक्वालिफाइड रही। ऐसे में सामान्य कैटेगरी से परीक्षा देने वाली दिव्या के 200 में से 68 नंबर आने से वे अनक्वालिफाइड रही
पीआरओ भी अनक्वालिफाइड
जेएनवीयू पीआरओ रामनिवास चौधरी भी अनक्वालिफाइड रहे। उन्होंने पत्रकारिता एंव जनसंचार विषय में परीक्षा दी थी। इसमें रिक्त 3 सीटों पर 15 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी, जिनमें 3 अभ्यर्थी क्वालिफाइड हुए।
Source: Jodhpur