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जोधपुर।
केन्द्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय व नॉलेज चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के संयुक्त तत्वावधान में काजरी परिसर में दो दिवसीय मिलेट्स सम्मेलन व प्रदर्शनी के समापन शुक्रवार को हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने कहा कि कृषि शोध उपलिब्धयों व किसानों की मेहनत से भारत दुनिया के दस बड़े कृषि निर्यातक देशों में शामिल है। राजस्थान में बाजरा मुख्य फसल है, इसके उत्पाद बनाकर बेचे जाए तो बाजरे की कई गुना कीमत बढ जाती है। इसके लिए जरूरी है की उत्पाद की गुणवत्ता शुद्धता अच्छी हो और किसान केवल श्रीअन्न का उत्पादक नहीं बल्कि उद्योगपति बने । उन्होंने कहा कि रेड्डी टू इट रेड्डी टू कुक पूरी दुनिया का मार्केट बन गया है और दुनिया इस ओर बढ रही है । श्रीअन्न बहुत ही पौष्टिक व स्वास्थयवर्धक है । इसमें मूल्य संवर्द्धन करके कई तरह के उत्पाद बनाए जा सकते है ।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण और जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलादसिंह पटेल ने कहा कि श्रीअन्न के बिना दुनिया को पौष्टिक आहार नहीं मिल सकता । काजरी निदेश डॉ. ओ.पी. यादव ने कहा कि राजस्थान पूरे देश में सबसे अधिक बाजरा का उत्पादन व उपभोग करता है। मेले में 25 स्टॉल लगे है जिसमें विभिन्न प्रकार के बाजरा के विभिन्न उत्पाद प्रदर्शित किए गए है। विशिष्ट अतिथि केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की आर्थिक सलाहकार डॉ. सिमी चौधरी व नॉलेज चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के राष्ट्रीय महासचिव भरत पटेल ने भी विचार व्यक्त किए।

बाजरा उत्पादों से अतिथियों का स्वागत
इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत बाजरा से बने विभिन्न उत्पाद भेंट कर किया गया। अतिथियों ने प्रदर्शनी में बाजरे के बने उत्पादन बिस्कुट, कुरकुरे, सेण्डविच पीजा खीच आदि का जायका लिया। कार्यक्रम में प्रदर्शनी लगाने व जीवन्त फ़ूड प्रदर्शन के लिए प्रतिभागियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया ।
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Source: Jodhpur

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