जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति नहीं होने से नवनिर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्रसिंह भाटी खासे परेशान हैं। छात्रों के दबाव के बाद वे कार्यवाहक कुलपति से मुलाकात करने के लिए बीकानेर स्थित पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पहुंचे, लेकिन वहां भी कुलपति डॉ. विष्णु शर्मा से मुलाकात नहीं हो सकी। भाटी ने कुलपति के निजी सचिव को ज्ञापन देने के साथ डॉ. शर्मा को जोधपुर के लिए निमंत्रण भी दिया है।
छात्रसंघ अध्यक्ष बनने के एक पखवाड़े से अधिक समय बाद भी भाटी कुलपति डॉ. शर्मा से मुलाकात नहीं कर पाए हैं। छात्र हित के विभिन्न मुद्दों को लेकर चुनाव जीते भाटी ने बताया कि कुलपति के नहीं होने पर विश्वविद्यालय में काम ठप है। रजिस्ट्रार भी दफ्तर में नहीं मिलते। विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए विवि में किसी ऑथोरिटी का होना आवश्यक है। विश्वविद्यालय में 30 सितंबर को प्रवेश प्रक्रिया बंद हो जाएगी।
प्रवेश प्रक्रिया और परिणाम को लेकर छात्रों की कई मांगें हैं जिन्हें कुलपति ही पूरा कर सकते हैं। आखिर परेशान होकर सोमवार को कुलपति से मिलने बीकानेर जाना पड़ा। वहां भी कुलपति से मुलाकात नहीं होने पर उनके निजी सचिव से मुलाकात कर ज्ञापन देने के साथ कुलपति को जोधपुर आने के लिए आमंत्रण भी दिया है।
गौरतलब है कि जेएनवीयू में कुलपति का पद एक अगस्त से रिक्त है। राज्य सरकार ने बीकानेर स्थित वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति को कार्यवाहक कुलपति बना रखा है। शाम को जेएनवीयू के कुलपति का अतिरिक्त चार्ज जोधपुर कृषि विवि के कुलपति डॉ. बी आर चौधरी को दे दिया गया।
जेएनवीयू कुलपति का कार्यभार कृषि विवि के कुलपति को
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार अब कृषि विवि जोधपुर के कुलपति डॉ. बीआर चौधरी को दिया गया है। राज्यपाल व कुलाधिपति कलराज मिश्र ने सोमवार इस आशय का आदेश जारी किया। जेएनवीयू कुलपति का अतिरिक्त कार्यभार पिछले करीब डेढ़ महीने से बीकानेर स्थित पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विष्णु शर्मा के पास था। वे दूरी के कारण दोनों विश्वविद्यालयों को एक साथ कार्य नहीं देख पा रहे थे। गौरतलब है कि जेएनवीयू के स्थाई कुलपति प्रो. गुलाब सिंह चौहान ने 31 मई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, तब से यह पद खाली है। कुलपति की नियुक्ति के लिए सर्च कमेटी का गठन किया जा रहा है।
Source: Jodhpur