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बाड़मेर जिले के बालोतरा में दही लाने के लिए घर से निकले एक मासूम बालक का वेन में सवार तीन युवक व युवती ने अपहरण कर लिया और फिर ट्रेन में सवार हो गए। नशीली चाॅकलेट खिलाने से मासूम बेहोश हो गया, लेकिन जोधपुर पहुंचने पर छात्र को होश आया तो मौका पाकर दूसरे कोच में छुप गया। रेलवे स्टेशन पर राजकीय रेलवे पुलिस जीआरपी ने अकेले घूमते देख मासूम को दस्तयाब किया और पुलिस के मार्फत परिजन को सूचित कराया।
जीआरपी थानाधिकारी महेश श्रीामली ने बताया कि बालोतरा में वार्ड-33 निवासी नरेश 12 पुत्र हरिराम प्रजापत जोधपुर रेलवे स्टेशन पर अकेले घूमता मिला। वह काफी घबराया हुआ था। जीआरपी के कांस्टेबल राजूसिंह व मुल्तानाराम उसे थाने लाए, जहां तसल्ली के साथ उससे बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन डरा सहमा बालक कुछ बोल नहीं पा रहा था। उसे चॉकलेट दी गई और इत्मिनान के साथ नाम व पता पूछा। साथ ही जोधपुर आने का कारण पूछा।
तब मासूम ने बताया कि वह 7वीं का छात्र है। सुबह वह साइकिल लेकर घर से दही लाने के लिए निकला था। रास्ते में साइकिल की चेन खराब हो गई तो वह ठीक करने लगा। इतने में वेन में तीन युवक व एक युवती आए। चारों ने साइकिल सहित उसका वेन में अपहरण कर लिया और रवाना हो गए। बालोतरा रेलवे स्टेशन पर दो युवक वेन लेकर निकल गए। जबकि एक युवती व युवक मासूम को लेकर जोधपुर जाने वाली ट्रेन में सवार हो गए। उन्होंने मासूम को चॉकलेट खिलाई और पानी पिलाया। जिससे वह बेहोश हो गया। जोधपुर स्टेशन से कुछ पहले मासूम की नींद खुल गई। तब वह मौका पाकर दूसरे कोच में जाकर छुप गया। ट्रेन जोधपुर रेलवे स्टेशन पहुंची तो वह नीचे उतर गया और प्लेटफॉर्म पर घूमने लग गया।
पिता से बात कर पुत्र के सकुशल होना बताया
मासूम के अपहरण का पता लगते ही जीआरपी हरकत में आई। सबसे पहले बालोतरा में जीआरपी चौकी व आरपीएफ और बालोतरा थाने में सम्पर्क कर बालक के संबंध में सूचना दी गई। बालक के पिता हरिराम के मोबाइल नम्बर लेेकर सम्पर्क किया गया। जो उसके अपहरण के बाद से काफी चिंतित थे। उन्हें मासूम के सकुशल होने की सूचना दी गई। तब परिजन को तसल्ली हुई। पिता व अन्य परिजन के जोधपुर पहुंचने पर बालक को सकुशल सुपुर्द किया गया।

Source: Barmer News

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