फलोदी। फलोदी क्षेत्र में आए तूफान ने प्राकृतिक सम्पदा को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है। तूफानी हवा के कहर से 25 सौ विद्युत पोल, चार टॉवर, 50 से अधिक विद्युत ट्रांसफार्मर गिरने से फलोदी शहर सहित ग्रामीण अचंल अंधेरे में डूबे रहे। तूफानी हवा से कबूतर, चिड़िया, कौआ, तोता व कोयल आदि सैकड़ों पक्षियों की मौत हो गई, वहीं शहर व आस-पास सौ से अधिक विशाल पेड़ भी धराशायी हो गए। शहर में तो शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे विद्युत आपूर्ति बहाल हो गई, लेकिन ग्रामीण अंचलों में शुक्रवार देर शाम तक विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी। कुछ बड़े गांवों में दूसरी लाइनों से कनेक्टीविटी कर विद्युत आपूर्ति सुचारू करने के जतन किए जा रहे थे, वहीं छोटे गांवों में दो-तीन दिनों में विद्युत आपूर्ति सुचारू होने का अनुमान है। अधिशाषी अभियन्ता अलपूराम चौधरी ने बताया कि फलोदी जिला क्षेत्र में तूफान से विद्युत पोल, टॉवर व ट्रांसफॉर्मर गिरने से विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। शहर में विद्युत आपूर्ति सुचारू की गई है।
कई शेड उडे़
बिलाड़ा। क्षेत्र में एकाएक आई तेज आंधी से कस्बे एवं आस-पास के क्षेत्रों में कई पेड़ धराशायी हो गए। बिलाड़ा गोधाम चिकित्सालय में बीमार गायों को तेज धूप से बचाने के लिए लगाए गए त्रिपाल फट गए, लोहे के चद्दर उखड़ कर जमीन पर गिर गए। समिति के संस्थापक राकेश कुमार, अध्यक्ष महावीर सिंह राजपुरोहित ने बताया कि तेज आंधी के चलते गोधाम चिकित्सालय में लगभग 5 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। उपाध्यक्ष केसाराम बैरवा कोषाध्यक्ष शेषाराम पालावत, राकेश आचार्य, महेंद्र पालावत, ओम पटेल, झालाराम पटेल ने गोधाम का निरीक्षण कर त्रिपालों को दुरूस्त किया। नई सड़क स्थित एक नीम का पेड़ पर गिर गया।
खीचन में लड़खड़ाई विद्युत व्यवस्था
खीचन। तूफान से खीचन गांव व आस-पास के गांवों में विद्युत व्यवस्था पोल व ट्रांसफार्मर गिरने से गड़बड़ा गई। जिससे दिनभर लोगों को परेशान होना पड़ा। तूफानी हवाओं के साथ गुल हुई विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। लाइनमैन बलराम सुथार ने बताया गांव के माताजी का थान व अन्य फीडर के 20 डीपी ट्रांसफार्मर व 80 पोल गिरे है।
आंधी से कई पेड़ गिरे
पुन्दलू। पुन्दलू, बोरून्दा, गढ़सुरिया घोड़ावट खवासपुरा, रणसीगांव, हरियाढाणा, बीटन सहित क्षेत्र में गुरुवार को रात में आईं आंधी ने जनजीवन प्रभावित कर दिया। जगह -जगह पेड़ धराशायी हो गए आंधी से कहीं कच्चे छप्पर, टीनशैड, होर्डिंग बोर्ड उड़ गए एवं क्षतिग्रस्त हो गए। वही जगह -जगह विद्युत लाइनों के तार भी टूट गए। आंधी के साथ तेज़ गति बारिश हुई। तेज गति से परनाले बहनें लगी। ( निंस)
आऊ – उपखंड क्षेत्र में अचानक मौसम परिवर्तन के साथ आए चक्रवाती तूफान ने आधी रात तक भारी तबाही मचाई। इस दौरान आंधी के बाद ओलावृष्टि से आमजन को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं तूफान से 100 से अधिक पोल टूटकर गिरने से पूरा बिजली तंत्र अस्त-व्यस्त हो गया।
बोरुंदा – कस्बे सहित क्षेत्र में तेज धूल भरी हवाओं के साथ आंधी आ जाने से आम जन -जीवन प्रभावित रहा। क्षेत्र के रणसी गांव में नीम का वृक्ष गिर गया, जिससे रणसी गांव में मुख्य आवागमन का मार्ग भी अवरुद्ध होने के साथ बिजली का खंभा गिर जाने से पूरी रात्रि अंधेरा छाया रहा। कस्बे में विद्युत आपूर्ति शुक्रवार को सुबह ही हो पाई, जलदाय विभाग पर भी विद्युत सप्लाई नहीं मिलने से न्यू कॉलोनी सहित कस्बे के कई कॉलोनियों में पानी की सप्लाई भी नहीं हो सकी ।
अंधड़ ने बरपाया कहर
लोहावट – कस्बे सहित आस-पास के गांवों में आए तेज अंधड़ ने पेड़-पौधों व पशुओं पर कहर बरपाया। शिवपुरी निवासी हीराराम सैन ने बताया कि रमेश सैन के यहां पर अंधड़ से पेड़ के गिरने से पेड़ के नीचे खड़ी गाय की मौत हो गई। इधर नेडानगर में अंधड़ से बडी संख्या में खेजड़ी एवं पेड़-पौधे गिर गए है।
जनजीवन प्रभावित
ओसियां – कस्बे सहित समूचे उपखंड क्षेत्र व आसपास के इलाकों में पिछले तीन दिन से बारिश व तेज अंधड़ का दौर जारी रहने से जन जीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार यह दौर शनिवार तक रहने की संभावना हैं। तेज आंधी के थोड़ी देर बाद बारिश से कई जगह पेड़ गिरने की सूचना हैं। कई जगहों पर ओले गिरने के भी समाचार हैं।
तेज हवा के साथ बारिश
लवेरा बावड़ी – मौसम तंत्र में आए बदलाव से नौतपा का असर कम हो गया हैं। बीती रात फिर से तेज आंधी के साथ बरसात आई। पूरी रात कभी तेज तो कभी रूक-रूक कर बरसात होती रही। बरसात के बाद मौसम भी सुहाना हो गया हैं। रात में बरसात के बाद ठंडी हवाओं के चलने से ग्रामीणों को राहत गर्मी से राहत मिली।
खारिया मीठापुर – गांव सहित आस- पास के ग्रामीण अंचल में गत दो दिन से तेज अंधड़ के साथ बारिश ने तबाही मचा दी इै। शाम अचानक तेज आंधी तूफान व ओलावृष्टि के साथ जोरदार बारिश हुई। आसपास के लगभग एक दर्जन गांव में तेज आंधी तूफान के साथ एक घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। तेज हवा से विद्युत पोल गिर गए और टीन शेड उड़ गए। सहायक अभियंता एमके बोहरा ने बताया कि तेज आंधी व बारिश से क्षेत्र मे बिजली के 25 पोल गिरने आपूर्ति बाधित हुई है जिन्हें दुरुस्त किया गया है। मूसलाधार बारिश के साथ ही चने के आकार के ओले गिरने के समाचार है। किसानों ने खरीफ सीजन की तैयारी शुरू कर दी गई है।
Source: Jodhpur