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जोधपुर। अवैध हथियार की खरीद-फरोख्त व फायरिंग (firing in jodhpur), मादक पदार्थ और अवैध शराब की तस्करी (liquor smuggling)। सामान्यतया जोधपुर जिले का ग्रामीण क्षेत्र इन आपराधिक गतिविधियों के लिए कुख्यात है। पिछले 115 दिनों में आपराधिक गतिविधियों में कमी आई है। पुलिस का दावा है कि बदमाशों की धरपकड़ के चलते फायरिंग लगभग बंद हो गई है। पुलिस ने अब युवाओं को दलदल से बाहर निकालने के लिए ड्रग्स तस्करों (Drug smuggling in jodhpur) पर नकेल कसने की तैयारी शुरू की है।

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) धर्मेन्द्रसिंह यादव का कहना है कि गत 16 फरवरी से 29 मई के बीच बदमाशों के खिलाफ लगातार कार्रवाइयां की गईं। जो अभी भी की जा रही हैं। परिणामस्वरूप जिले में फायरिंग बंद हो गई है। अब नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई सर्वोच्च प्राथमिकत है। इसके लिए व्यापक स्तर पर योजना बनाकर कार्रवाई की जाएगी।

12 हथियार व आठ जिंदा कारतूस जब्त, 8 गिरफ्तार

फायरिंग और हथियार से डराने-धमकाने की शिकायतें बढऩे के बाद पुलिस ने छापेमारी की। 5 पिस्तौल, 4 देसी कट्टे, 3 टॉपीदार बंदूक, 8 जिंदा कारतूस जब्त कर आठ जनों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, 1272 किलो डोडा पोस्त, 3.7 किलो अफीम, 6.3 ग्राम स्मैक, 290 कार्टन अवैध शराब व नौ वाहन जब्त किए गए हैं।

ब्लाइंड मर्डर का खुलासा

पुलिस ने चोरी, लूट व डकैती में 46, अपहरण में 14, ब्लाइण्ड मर्डर में 4, हत्या के आरोप में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया। 39 स्टैंडिंग वारंटी, हत्या के प्रयास के 12, अवैध खनन में 10 आरोपी गिरफ्तार कर 41 वाहन जब्त किए गए। सोशल मीडिया में अपराधियों को फॉलो, लाइक व शेयर करने के तहत 47 आरोपियों को पकड़कर दो हथियार जब्त किए गए। पुलिस ने अपराधियों पर अंकुश के लिए प्रत्येक थानों के हिसाब से बदमाशों का चयन किया। इनके खिलाफ इनामी की घोषणा की और सुराग के आधार पर मध्यरात्रि व अल-सुबह छापेमारी की गई। 32 इनामी और टॉप-10 में शामिल 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।

Source: Jodhpur

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