Lampy Virus: थार में लम्पी वायरस फिर लौट आया है। बाड़मेर जिले की एक गोशाला में दो गोवंश में वायरस मिलने के बाद विभाग अलर्ट पर है। इसके बाद गोशाला के सभी गोवंश का वैक्सीनेक्शन किया गया। साथ ही आसपास के क्षेत्र में भी गोवंश में लक्षण नजर आने पर आइसोलेट रखने की सलाह दी जा रही है। पिछले दिनों पूरे प्रदेश में लम्पी को लेकर अलर्ट जारी किया था। आशंका जताई गई थी कि लम्पी इस सीजन में भी फिर से लौट सकता है। इसलिए पशुओं को वायरस से बचाव के लिए गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई जाए। पशुपालन विभाग वैक्सीनेशन शुरू कर चुका है। पशुपालकों की चिंता बढ़ गई है।
दो गोवंश संक्रमित
जिले के गिड़ा क्षेत्र के चीबी की गोशाला में दो गोवंश में लक्षण मिलने पर नमूने लेकर जांच में भेजे गए थे। दोनों पशुओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अलग रखकर उपचार किया गया। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दोनों पशु स्वस्थ है। वहीं गोशाला के करीब 200 गोवंश को वायरस से बचाव को लेकर वैक्सीनेशन किया है। साथ ही आसपास के क्षेत्र में गोवंश की स्क्रीनिंग की गई है।
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पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने पशुओं में बीमारी के किसी भी प्रकार के लक्षण मिलने पर तुरंत नजदीक के पशु चिकित्सा केंद्र पर उपचार करवाने की सलाह दी है। वायरस गोवंश को संक्रमित कर सकता है। वायरस की मौजूदगी जिले में पाई गई है। इसलिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।
पिछले साल था कहर
जिले में पिछले साल लम्पी ने कहर बरपाया था। करीब एक लाख से अधिक गोवंश लम्पी की चपेट में आया था। करीब तीन हजार गोवंश वायरस का शिकार हुआ था। पशुपालकों को बड़ा नुकसान हुआ। वहीं दूध के उत्पादन पर भी काफी असर पड़ा था। इस बार फिर से वायरस के लौटने से विभाग की भी चिंता बढ़ गई है।
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जिले के चीबी गांव की गोशाला में दो गोवंश में लम्पी वायरस की पुष्टि नमूनों की जांच में हुई है। दोनों गोवंश का उपचार करने के बाद अब स्वस्थ है। गोशाला के अन्य गोवंश का टीकाकरण किया गया है। आसपास के क्षेत्र और पूरे जिले में गोवंश को लम्पी से बचाव को लेकर गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई जा रही है।
-डॉ. विनय मोहन खत्री, संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग बाड़मेर
Source: Barmer News