गजेंद्रसिंह दहिया/जोधपुर. शैक्षणिक व वैज्ञानिक संस्थानों के नॉलेज और रिसर्च से आम जनता की समस्याओं के समाधान करने के लिए केंद्र सरकार ने देश के 6 शहरों में सिटी नॉलेज एण्ड इनोवेशन क्लस्टर बनाए हैं। राजस्थान में जोधपुर के अलावा उड़ीसा का भुवनेश्वर, चंडीगढ़, महाराष्ट्र के पुणे, गुजरात से अहमदाबाद और तेलंगाना से हैदराबाद में इनोवेशन क्लस्टर बनाया गया है।
जोधपुर कलस्टर का नोडल कार्यालय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) जोधपुर को बनाया गया है। इन कलस्टर के जरिए एक ही शहर की सभी शैक्षणिक और औद्योगिक संस्थाओं में आपस में सामंजस्य स्थापित कर विभिन्न समस्याओं का वैज्ञानिक तरीके से समाधान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरी बात सत्ता संभालने के बाद सरकार के पहले 100 दिन के एजेंडा कार्यक्रम में इनोवेशन क्लस्टर शामिल था। यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) कार्यालय के जरिये संचालित किया जा रहा है। यही इसकी फंडिंग एजेंसी है। शुरुआत के 3 साल पीएसए कार्यालय फंड देगा। उसके बाद इनोवेशन क्लस्टर वाले शहर अपने स्तर पर फंड का प्रबंध करेंगे। इसके लिए वे विश्व बैंक जैसी संस्थाओं से भी लोन ले सकेंगे।
जोधपुर में प्रशासन, पुलिस, विवि सभी रिसर्च इंस्टीट्यूट शामिल
आइआइटी जोधपुर में हाल ही में आयोजित बैठक में आइआइटी के अलावा संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर, पुलिस आयुक्त, जेडीए आयुक्त, नगर निगम आयुक्त, काजरी निदेशक, आफरी निदेशक, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंप्लीमेंटेशन रिसर्च फॉर नॉन कम्यूनिकेबल डिजिज (पूर्व डीएमआरसी), राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, फुटवियर डिजाइन एण्ड डवपलमेंट इंस्टीट्यूट, एम्स जोधपुर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, पुलिस विश्वविद्यालय, जोधपुर प्रदूषण निवारण ट्रस्ट सहित कई एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
शहर में होगा सीईओ
इनोवेशन क्लस्टर के जरिए शहर में ट्रेफिक, प्रदूषण, पानी, बिजली, सडक़, टेलीकॉम सहित कई समस्याओं का समाधान किया जाएगा। जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर के बैठक का समन्वयन फिलहाल आइआइटी जोधपुर के निदेशक प्रोफ़ेसर शांतनु चौधरी कर रहे हैं। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक शहर में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) होगा, जो इनोवेशन क्लस्टर के लिए जिम्मेदार व्यक्ति होगा। आइआइटी जोधपुर ने सीईओ का प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजा है। शीघ्र ही सीईओ की नियुक्ति की जाएगी।
शहर के विकास में मदद मिलेगी
इनोवेशन क्लस्टर में शहर की सभी एजेंसियां एक ही टेबल पर होगा। वैज्ञानिक संस्थान अपने अनुसंधान व तकनीक की मदद से शहर का विकास करेंगे।
– प्रो. शांतनु चौधरी, निदेशक, आइआइटी जोधपुर
Source: Jodhpur