रतन दवे/बाड़मेर। तमिल फिल्मों में पुलिस का सिंघम चेहरा एक रियल हीरो पुलिस ऑफिसर को बनाया जा रहा रहा है। बाड़मेर के कवास गांव के सांगाराम जांगिड़ जो तमिलनाडु पुलिस में डीजीपी पद से सेवानिवृत्त हुए है, अब तमिल फिल्मों में पुलिस के किरदार निभाने लगे है, इसमें भी वे फिल्में जो उनके जीवन की सच्ची घटनाओं पर आधारित रही है। 34 साल की सेवा में करीब 22 एनकाउंटर की टीम में शामिल रहे सांगाराम की फिल्म में एक्टिंग से फिल्म रियलिटी के करीब लगती है। अभी उनकी फिल्म कुलस्वामी रिलीज हुई है।
सांगाराम जांगिड़ ने आइपीएस में चयन के बाद तमिलनाडु में 34 साल सेवा की और साढ़े तीन साल पहले तमिलनाडु में डीजीपी पद से सेवानिवृत्त हुए। काबिल पुलिस ऑफिसर की छवि के सांगाराम को प्रधानमंत्री विशिष्ट सेवा पदक, तीन राष्ट्रपति पदक (जिसमें गेलेंट्री अवार्ड शामिल) प्राप्त है। हाल ही में रिलीज फिल्म कुलस्वामी तमिलनाडु का एक बहुत बड़े स्कैण्डल की कहानी है,जिसमें यौनशोषण रैकेट का खुलासा है।
इस फिल्म का मुख्य किरदार हीरो विमल का है और पुलिस ऑफिसर सांगाराम जांगिड़ बने है। अंत में रैकेट का खुलासा कर मुख्य विलेन का एनकाउंटर करते हुए सांगाराम नजर आते है। रियल हीरो को ही फिल्म में देखने का अवसर दर्शकों को मिला है। इससे पहले उन पर धीरेन फिल्म भी बनी है..जिसमें वे खुद नहीं थे,लेकिन फिल्म भरतपुर के एक गैंग के एनकाउंटर की सत्य घटना पर आधारित रही, जिसका खुलासा सांगाराम ने ही किया था।
दो और फिल्म आएगी
अब एक फिल्म ग्लासमेट्स आने वाली है,इसमें उनका पुलिस का किरदार है। यह सामाजिक संदेश की कहानी है। इसी तरह एक और फिल्म के लिए तैयारी है, इसमें विलेन में अभिनेता संजय दत्त नजर आएंगे।
03 आधार बने
तमिल फिल्मों में रियल स्टोरी तलाशी जा रही है। सांगाराम के जीवन में ऐसी कई घटनाएं जो फिल्मी पर्दे को पसंद आने लगी है। दूसरा उनका चेहरा, मूंछे और कद काठी वैसी है, जैसी साऊथ की फिल्मों में सिंघम लुक को चाहिए। तीसरा लंबी आइपीएस सेवा में तमिल के लोगों से जुड़े रियल हीरो रहे और तमिल में डायलॉग भी आसानी से बोल लेते है।
मेहनत करता रहूगा..बस
कवास जैसे छोटे से गांव से आइपीएस बनने का सपना देखा और पूरा किया। मेहनत के अलावा मेरे पास कुछ नहीं था। तमिल पुलिस में सेवा की तो पूरी जिंदगी मेहनत से की, इसलिए कई घटनाओं के खुलासे हुए। सेवानिवृत्ति बाद यह अवसर मिला तो इसमें भी जुड़ गया हूं, तमिल के लोग रियल हीरो को पसंद करते है। यह बड़ा कारण है।
सांगाराम जांगिड़
Source: Barmer News