जोधपुर/पत्रिका. जिले के बालेसर क्षेत्र के सेतरावा गांव में संचालित आवासीय वीर दुर्गादास उच्च माध्यमिक विद्यालय में खोली गई सैनिक स्कूल के बच्चों को बंधक बनाने का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने प्रसंज्ञान लेते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए है।
अध्यक्ष बेनीवाल के अनुसार अभिभावक पांचाराम गढ़ियार ने एक वीडियो भेजकर बताया कि वीर दुर्गादास आवासीय सैनिक स्कूल में पेम्पलेट आदि से प्रचार प्रसार कर अंग्रेजी मीडियम की पढाई करवाने का बताया। जिसपर विद्यालय के कॉर्डिनेटर भंवरसिंह से मिलकर बच्चों का प्रवेश करवाया। बच्चों ने वीडियो कॉल कर अभिभावक को बताया कि स्कूल में ना तो पढ़ाई हो रही है और ना ही हॉस्टल में रहने वाले बच्चों को खाने-पीने की सुविधा दी जा रही है। इस पर अध्यक्ष बेनीवाल ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को जांच व कार्यवाही कर तथ्यात्मक रिपोर्ट आयोग को देने के निर्देश दिए।
यह भी पढ़ें : राजस्थान के इस रुट पर 7 जुलाई से दौड़ेगी ‘वंदे भारत ट्रेन’, जानें कहां-कहां रहेगा ठहराव?
थाने में मामला दर्ज
बच्चों के साथ दुर्व्यवहार और बंधक बनाकर रखने की सूचना पर पुलिस थाना देचू से बाल कल्याण अधिकारी एएसआई पुखसिंह जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे ओर बच्चों से बात की। ऐसे में स्कूल संचालकों की ओर से बच्चों को परेशान करने और डराने धमकाने की बात सामने आने पर यह जानकारी मिली कि स्कूल संचालक मोहनसिंह निवासी सेतरावा और सीकर निवासी भंवरसिंह के बीच पैसों के लेनदेन का विवाद है। इस वजह से बच्चों को परेशानी उठानी पड़ रही है। बाल कल्याण अधिकारी पुखसिंह ने सभी 11 बच्चों को उनके परिजनों की उपस्थिति में संरक्षण में लेकर सीडब्ल्यूसी जोधपुर के समक्ष पेश किया। यहां से बच्चों को किशोरगृह के संरक्षण में भेजा गया है। बालकों के परिजनों ने स्कूल संचालक मोहनसिंह, स्टाफ वीरेंद्रसिंह और महावीर सिंह के खिलाफ बालकों को डराने, धमकाने, बंधक बनाकर मारपीट करने और गाली गलौज करने संबंधी रिपोर्ट देकर मामला दर्ज करवाया है।
लेन-देन को लेकर विवाद, एफआइआर दर्ज
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) धर्मेन्द्रसिंह ने बताया कि बच्चों को बंधक बनाने की सूचना पर बाल कल्याण अधिकारी एएसआइ पुखसिंह मौके पर पहुंचे। स्कूल संचालकों पर आरोपों की जांच की गई तो सामने आया कि सेतरावा निवासी संचालक मोहनसिंह व सीकर निवासी भंवरसिंह के बीच लेन-देन को लेकर विवाद है। इसके चलते बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा। एएसआइ पुखसिंह ने 11 बच्चों को परिजन की मौजूदगी में संरक्षण में लिया और बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें राजकीय किशोर गृह भेजने के आदेश दिए गए। बच्चों के परिजन की ओर से स्कूल संचालक मोहनसिंह, स्टाफ वीरेन्द्रसिंह व महावीरसिंह के खिलाफ बच्चों को डराने, धमकाने व बंधक बनाकर मारपीट और गाली-गलौच करने संबंधी देचू थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है।
यह भी पढ़ें : राजस्थान विधानसभा में क्लर्क की नौकरी का झांसा देकर 70 लाख रुपए की ठगे
Source: Jodhpur