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रतन दवे बाड़मेर पत्रिका. बाड़मेर में कू्रड ऑयल का घटता उत्पादन चिंता बढ़ाने लगा है। बाड़मेरी तेल का उत्पादन 92 हजार बैरल प्रतिदिन पर आ गया है। कंपनी को अब स्माल डिस्क्वरी फील्ड(छोटे कुओं) से तेल निकालना पड़ रहा है। बाड़मेर-सांचौर बेसिन के 09 कुओं पर यह कार्य शुरू होगा। फिक्र इस बात की भी है कि अन्वेषण के नए फील्ड में भी बड़ी सफलता नहीं मिली है। एक छोटी सफलता दुर्गा जरूर मिली है।
क्रूड ऑयल को जहां बढ़ाने के लिए कंपनी प्रयास कर रही है वहां अब यह घटने की रफ्तार द्रुतगति से बढ़ा रहा है। एक लाख बैरल प्रतिदिन उत्पादन का आंकड़ा भी अब गिरकर 92 हजार बैरल प्रतिदिन पर आ गया है। एक लाख के नीचे तेल का उत्पादन आना संकट बन गया है।
स्मॉल डिस्कवरी पर काम
बाड़मेर-सांचौर बेसिन में कुल 895 कुएं खोदे गए। 38 में तेल क्षेत्र में से 14 में ही तेल उत्पादन हो रहा है। शेष को स्मॉल डिस्करवर फील्ड माना गया। जिन पर तेल उत्पादन का व्यय ज्यादा होने से इनको अब तक छुआ नहीं गया। अब तेल का उत्पादन बड़े क्षेत्र से कम होने पर मजबूरी हो गया है कि छोटी खोज पर काम हों। लिहाजा बाड़मेर सांचौर बेसिन के 09 ऐसे क्षेत्र पर काम प्रारंभ किया गया है।
सफलता का इंतजार
राज्य में 16 फील्ड में अन्वेषण के लाइसेंस दिए गए है। बाड़मेर जैसलमेर में इसमें से 11 है। 2019 में जारी किए गए इन लाइसेंस के बाद काम शुरू हो गया, लेकिन अभी तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है।
दुर्गा एक छोटी खोज
बाड़मेर-सांचौर बेसिन में एक छोटी सफलता ब्लॉक-1 में मिली है, जिसको दुर्गा नाम दिया गया है। दुर्गा इतनी बड़ी सफलता नहीं मानी जा रही है। इसको स्माल डिस्कवरी फील्ड ही बताया जा रहा है। इस इलाके में कंपनी और भी कुएं खोद रही है।
अब तक की स्थिति
-665.28 मिलियन बैरल तेल उत्पादन
– 38 तेल कुओं की खोज
– 895 कुएं खोदे गए
– 11 नए ब्लॉक में अन्वेषण जारी

Source: Barmer News

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