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जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जेएनवीयू गैंगरेप प्रकरण पर कहा कि प्रदेश में रोजाना औसतन 17 रेप हो रहे हैं। प्रदेश में दुराचार रोकने के लिए जिम्मेदार कौन? उन्होंने कहा कि दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी पीठ थपथपा रहे हैं कि रेप के दो घंटे बाद ही हमने आरोपियों को पकड़ लिया।

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उन्होंने कहा कि यह बताना पड़ेगा कि जहां नाबालिग के साथ दरिंदगी हुई, वहां से 100 मीटर दूर पुलिस चौकी क्या सो रही थी? रात दस बजे से सुबह चार बजे तक बच्ची सड़क पर भटकती रही, पुलिस का गश्त सिस्टम कहां गया? किसी पुलिस सिपाही ने यह क्यों नहीं जाना कि रात को क्यों घूम रहे हो, कहां जाना है? जोधपुर शहर में दो दिन पहले दूसरी कक्षा की सात साल की बच्ची के साथ हुई दरिंदगी पर मौन साधे राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष कांग्रेस दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कह रही हैं कि जेएनवीयू गैंगरेप प्रकरण में गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने सीएम के दबाव में बिना किसी जांच या प्रमाण के एक राजनीतिक दल पर दोषारोपण की घिनौना पाप किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अब नहीं सहेगा राजस्थान अभियान में इस मुद्दे पर कांग्रेस सरकार की करतूतों को जनता में बेनकाब करेगी।

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वहीं सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास ने विधानसभा में जोधपुर में हुई गैंगरेप की घटना का जिक्र करते हुए प्रदेश की चौपट हो रही कानून व्यवस्था का विषय उठाया। व्यास ने कहा कि जोधपुर में हुई गैंगरेप की घटना ने पूरे राजस्थान को शर्मसार कर दिया है। प्रदेश में पिछले साढ़े चार सालों से काबिज कांग्रेस सरकार के राज में कानून और व्यवस्था पूरी तरह से बिखर गई है और राम को नहीं मानने वालों की सरकार राम भरोसे ही चल रही है। व्यास ने कहा कि कानून और व्यवस्था की स्थिति संभाले नही संभल रही है। दिन दहाड़े सरेराह चोरी, लूटपाट, हत्याएं हो रही है। पुलिस बेबस, अपराधी बेखौफ और आमजन भयाक्रांत है। इस बात को जानकर मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले मुख्य सचिव को जोधपुर भेजा था, ताकि कानून व्यवस्था संभल जाए, लेकिन हुआ क्या? उनके जाते ही इतनी शर्मसार करने वाली घटना हो गई।

उसके बाद भी शर्मसार करने वाली बात यह कि कानून और व्यवस्था की विफलता को स्वीकार कर ऐसे आपराधिक दरिंदों को जल्द से जल्द कठोरतम सजा दिलाकर पीड़िता को न्याय दिलाने की बात करने के स्थान पर सरकार के मुखिया इसे राजनीति रंग देने में लग गए। नकल माफिया, बजरी माफिया के बाद अब महिलाओं के प्रति अपराधों की लम्बी फेहरिस्त ने देश भर में राजस्थान का नाक नीचा कर दिया है। उनकी मांग है कि ऐसी घटना के दोषियों को इतनी कठोर सजा इतनी शीघ्रता से मिलनी चाहिए कि भविष्य में कोई इस तरह के अपराध की कल्पना भी नहीं कर सके। अब मुझे लगता है कि पुलिस की नींद उड़ाने के लिए जोधपुर की महिलाओं को आगे आकर अपने रसोई से थाली-बेलन से जोर शोर से जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की नींद उड़ाने का आंदोलन करना ही पड़ेगा।

Source: Jodhpur

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