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Education Department Rajasthan: दिलीप दवे बाड़मेर. सरकार ने पिछले शिक्षा सत्र 2022-23 में प्रदेश के 1151 राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों को सीधे उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत कर प्रदेश को तोहफा दिया लेकिन इन विद्यालयों में विषय स्वीकृति में एक साल लग गया। नए सत्र 2023-24 में कला संकाय की स्वीकृति तो मिल गई लेकिन बच्चों को पढ़ाने के लिए व्याख्याताओं के पदों की वित्तीय स्वीकृति नहीं दी है। ऐसे में बड़ी कक्षाओं को पढ़ाएगा कौन, यह चिंता विद्यार्थियों व अभिभावकों को है।

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा 2023-24 में शिक्षा विभाग में विद्यालय क्रमोन्नति की घोषणाएं की थी। इसमें प्रदेश की ऐसी ग्राम पंचायतें जहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नहीं थे, वहां के उच्च प्राथमिक स्कूल सीधे उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत कर दिए। प्रदेश में एक साथ 1151 स्कूल उच्च माध्यमिक बन गए। उच्च माध्यमिक स्कूल बनने के साथ ही यहां शिक्षण कार्य भी शुरू कर दिया। ऐसे में बच्चों ने उच्च कक्षाओं में प्रवेश ले लिया। अब इस शिक्षा सत्र में सरकार ने 1014 विद्यालयों में कला संकाय के विषय शुरू करने की घोषणा कर दी है। इस पर अब यहां अब ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षाएं आरम्भ होगी। इससे विद्यार्थियों को गांव से दूर पढ़ने नहीं जाना होगा लेकिन सरकार ने व्याख्याताओं के पद ही स्वीकृत नहीं किए हैं तो फिर पढ़ाई केैसे होगी इस पर संशय है।

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व्याख्याताओं के पद स्वीकृत करे सरकार
सरकार व्याख्याताओं के पद स्वीकृत करे जिससे कि यहां विषय विशेषज्ञ मिल सके। वैकल्पिक तौर पर गेस्ट फैकल्टी की व्यवस्था भी पद स्वीकृत नहीं होने पर नहीं हो सकती। – बसंत कुमार जांणी, जिलाध्यक्ष राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा

Source: Barmer News

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