जोधपुर. तीन बेटे अपनी वृद्ध मां को तलाशने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। बीते करीब 60 दिनों में मां दौलत कंवर को तलाशने के लिए तीनों बेटों और पोतों ने पूरा शहर खंगाल दिया। वे हर उस जगह पर गए, जहां उन्हें दौलत कंवर के मिलने की उम्मीद थी। हालांकि उनको अभी तक निराशा ही हाथ लगी है, लेकिन अभी भी इन बेटों ने अपनी हिम्मत नहीं हारी है।
बलदेव नगर निवासी अरविंद पारीक ने बताया कि करीब दो महीने पहले हमारी मां किसी बात पर नाराज होकर घर से चली गई। हमें लगा कि शायद मंदिर या फिर किसी रिश्तेदार के घर गईं होंगी, लेकिन सुबह से शाम और रात हो गई, मां का कहीं पता नहीं चला। इसके बाद अरविंद और उसके दोनों भाई देवेंद्र व सोमेंद्र जगह-जगह जाकर अपनी मां को तलाश रहे हैं।
अरविंद का कहना है कि एक परिचित से पता चला कि मां उनके घर आईं थी और वहां से तीन साड़ियां ली थीं। इसके बाद मां ने उन्हें वृंदावन साथ चलने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इसके बाद हमने वृंदावन के हर मंदिर, आश्रम और पूजा स्थल पर मां को तलाशा, लेकिन खाली हाथ ही लौटना पड़ा। तभी से हमने धार्मिक स्थल जैसे हरिद्वार, काशी, मथुरा आदि में तलाश किया, लेकिन कोई खबर नहीं मिली। 28 मई, 2023 को तीनों बेटों ने पुलिस में मां की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई, लेकिन अभी तक पुलिस भी उन्हें नहीं तलाश पाई है।
प्राइवेट जॉब करते हैं तीनों भाई
अरविंद ने बताया कि हम तीनों भाई प्राइवेट जॉब करते हैं, ऐसे में इतनी छुट्टी मिलना मुश्किल है। कभी-कभी तो लगाता है कि शायद नौकरी भी छूट सकती है, लेकिन हमारे लिए पहले मां है। इस वक्त हम भोगिशैल परिक्रमा में हर जगह हजारों श्रद्धालुओं के बीच इस आस में घूम रहे हैं कि शायद किसी वक्त हमारी नजरों के सामने वो आ जाएं।
Source: Jodhpur