बच्चों की पढ़ाई खराब नहीं होगी, हम उन्हें पढ़ाएंगे, जब तक नए शिक्षक उच्च कक्षाओं के लिए नहीं आ जाते, पढ़ाई का जिम्मा हम लेना चाहते है। कुछ इसी तरह का जज्बा लेकर तीन युवा बाड़मेर जिले की हाल ही में क्रमोन्नत स्कूल पहुंचे। जब प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षकों ने उनकी बात सुनी तो जज्बे को सराहा।
हाल ही में राज्य सरकार ने ग्राम पंचायत धने का तला के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय देवानियो की ढाणी को उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया। विद्यालय क्रमोन्नत होने पर जहां ग्रामीणों ने खुशी जताई। लेकिन शिक्षकों के आने में समय लगने पर बच्चों की पढ़ाई की चिंता भी हुई। इस बीच बीएड डिग्रीधारक तीन युवाओं ने जब तक शिक्षक नहीं लगते तब तक नियमित कक्षाएं लेने का जिम्मा उठाने की अपनी बात रखी। शारीरिक शिक्षक मेहाराम गोदारा ने बताया कि विद्यालय क्रमोन्नत होने के बाद स्टाफ आने तक स्थानीय बीएड धारी तीन युवाओं ने संस्था प्रधान को ज्ञापन देकर स्वेच्छा से बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने की अनुमति मांगी जिससे कि बच्चों का भविष्य खराब न हो। इंद्राराम भादू ने बताया कि राजेश सारण, सोनिका चौधरी और मोहन सारण ने बच्चों को नि: शुल्क पढ़ाने की जिम्मेदारी ली है। स्टाफ और ग्रामीणों ने युवाओं के निर्णय को सराहा। संस्था प्रधान घमंडाराम, अध्यापक अनोपसिंह, रेखाराम, मनोहर सिंह , एसएमसी अध्यक्ष अणदाराम , समाजसेवी खंगाराराम ने युवाओं के जज्बे को सराहा।
Source: Barmer News