खेल के प्रति जज्बा हो तो सफलता हर कदम पर आपके साथ है। चाहिए तो केवल समर्पण। कुछ इसी तरह का जज्बा दिखाया बाड़मेर जिले की चूली की फुटबॉल टीम ने राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक के ब्लॉक स्तरीय मुकाबलों में। टीम के सभी खिलाड़ी हॉकी खेलते है। पिछली बार ग्रामीण ओलम्पिक में टीम ने हॉकी में दमखम दिखाया। इस बार खेलों में हॉकी शामिल नहीं की तो टीम निराश नहीं हुई बल्कि खुद को ही बदल लिया और फुटबॉल का अभ्यास शुरू कर दिया। सभी खिलाड़ी अब हॉकी के अलावा फुटबाल में कुछ कर दिखाने को आतुर थे।
टीम पर हुआ वज्रघात
हॉकी से फुटबाल में खुद को बदलने वाली टीम के कप्तान का अचानक 15 अगस्त को हार्ट अटैक से देहांत हो गया। टीम के खिलाड़ी अपने कप्तान के अचानक चले से जाने से काफी निराश हुए। लेकिन खेल को सबसे पहले रखा और फाइनल में पूरी टीम ने खुद को कप्तान माना और अपने कप्तान को जीतकर श्रद्धांजलि दी।
हिम्मत नहीं हारी किसी खिलाड़ी ने
राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक के ब्लॉक स्तरीय टूनार्मेंट 17 अगस्त से प्रारम्भ हुए। इसी बीच 15 अगस्त को चूली की फुटबॉल टीम के कप्तान अजयपाल सिंह का हार्ट अटैक से आकस्मिक निधन हो गया। कप्तान का निधन हो जाने से खिलाडिय़ों का अभ्यास बाधित हुआ। फिर भी टीम ने हिम्मत नहीं हारी और जोश और जज्बे से मैदान में उतरे और जीत के साथ व गोल्ड मेडल लेकर लौटे।
इस तरह जीता ब्लॉक लेवल
टीम ने ब्लॉक स्तरीय टूर्नामेंट में खेलने का निर्णय लिया और प्रथम मैच में जसाई को 8-0 से सेमीफाइनल में बोला को 6-0 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल में बालेरा को 7-0 से पराजित कर ब्लॉक स्तरीय विजेता बनकर जिला स्तरीय टूनार्मेंट में प्रवेश किया है। ब्लॉक स्तर पर विजेताओं को गोल्ड मेडल दिया जाएगा।
Source: Barmer News