बाड़मेर. बिशाला गांव में 3 दिसम्बर को बुजुर्ग की हत्या व लूट मामले का खुलासा पुलिस 22 दिन बाद कर पाई। आरोपी को पूना से गिरफ्तार किया गया। हत्या में एक नाबालिग भी शामिल है। पुलिस ने लूट का माल बरामद किया है।
जिला पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बुधवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बिशाला गांव में बुजुर्ग दुर्गाराम नाई की अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। बुजुर्ग के कानों में पहने गोखरू, पांच अंगुठिया व गले में पहना सोना का डोरा लूट लिया। जांच के बाद पुलिस टीम ने आरोपी शब्बीर खान (22) पुत्र बाबू खान निवासी बिशाला को पूना से पकड़ लिया।
वारदात से पहले रैकी, गहनों पर थी नजर
आरोपी के घर का रास्ता मृतक के आवास के सामने से जाता है। इसके कारण उसे पता था कि वृद्ध अकेला रहता है और सोने के काफी गहने पहने रखता है। उसकी गहनों पर नजर थी। आरोपी ने लूट की योजना बनाते हुए पहले रैकी की। नाबालिग की मदद लेते आरोपी ने चाकू घोंपकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया और सोने के आभूषण लूट लिए।
पूना में करने लगा मजदूरी
पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ के बाद आरोपी बिशाला से पूना चला गया। वहां बाड़मेर के ठेकेदार के साथ मजदूरी करने लगा। इसके बाद बाड़मेर पुलिस की टीम आरोपी का पीछा करते हुए पूना पहुंची। यहां पर सेना का क्षेत्र होने के कारण आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस को सात दिन लग गए।
शक नहीं हो, इसलिए अपनाया यह तरीका
हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन और मांग में भी आरोपी खुद शामिल हो गया। जिससे किसी को शक नहीं हो। लेकिन पुलिस को शक होने पर उससे पूछताछ की गई। इसके बाद मामले की तह तक पहुंचने के लिए आरोपी को छोड़ दिया। जिसके बाद वह पूना चला गया।
ये रहे टीम में शामिल
जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खींवसिंह भाटी, वृत्ताधिकारी विजयसिंह चारण, ग्रामीण थानाधिकारी दीपसिंह चौहान, बिशाला पुलिस चौकी प्रभारी लूणाराम, सहायक उप निरीक्षक पन्नाराम, कांस्टेबल गुलाब खान, चंदनसिंह, प्रेमाराम, मेहाराम, वीरम खान टीम में शामिल रहे।
Source: Barmer News