बाड़मेर शिव क्षेत्र के रामदेवपुरा (आरंग) में आटा चक्की में बिजली करंट की चपेट में आने से शुक्रवार रात चार जनों की मौत के मामले ने शनिवार को तूल पकड़ लिया। आसपास के गांवों के ग्रामीणों का सुबह से सीएचसी की मोर्चरी के बाहर जमावड़ा शुरू हुआ। मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजे के साथ लापरवाह डिस्कॉम अधिकारियों के निलंबन की मांग की। पूरे दिन गतिरोध के बाद भिंयाड़ के सहायक व कनिष्ठ अभियंता को एपीओ करने और नियमानुसार आर्थिक सहायता देने की बात पर सहमति बनी। इसके बाद चारों शवों का पोस्टमार्टम मेडिकल बार्ड से करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया।
शिव की सीएचसी की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि घरेलू लाइन में हाई वोल्टेज के कारण चार लोग करंट में आए और मौत हो गई। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक शव नहीं उठाए जाएंगे। डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी। साथ ही भियाड़ के सहायक अभियंता सौरभकुमार सिंह व कनिष्ठ अभियंता आलोक तिवारी को एपीओ कर दिया गया।
आटा चक्की चालू करने के दौरान करंट
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार रात को विवाहिता आटा चक्की को चालू करने के दौरान करंट की चपेट में आ गई। मां को तड़पते देख दो मासूम बच्चे उसके पास गए तो उनको भी करंट लग गया। इस बीच विवाहिता के पिता तीनों को बचाने पहुंचे और उनको भी करंट ने चपेट में ले लिया। झुलसने से चारों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
Source: Barmer News