जोधपुर। कांग्रेस की सूची जारी होने से पहले ही विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता अब जगह-जगह बैठकें करके चुनावी समीकरण को बदलकर संभावित उम्मीदवारों के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं और गुणा-भाग में लगे हुए हैं। टिकट की आशंकाओं में वर्तमान विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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कांग्रेसी नेताओं ने शहर में एक बड़े कांग्रेस नेता के समक्ष वर्तमान विधायक पर जमकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। अब नाराज कांग्रेसी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर सारी स्थिति क्लियर करने में लगे हुए हैं। इसमें कई कांग्रेस के वर्तमान पार्षद, पूर्व पार्षद, डीसीसी वर्तमान व पूर्व मेंबर और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुरुवार देर रात तक किसी गुप्त स्थान पर बैठक करके रणनीति बनाते रहे। दरअसल, कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि शहर विधानसभा में किसी ब्राह्मण को टिकट देती है तो उसका फायदा कांग्रेस को सरदारपुरा और सूरसागर विधानसभा सीट में भी मिलेगा। इस बारे में कई बार पार्टी पदाधिकारियों को और संगठन को अवगत करवा गया है। नाराज कांग्रेसियों ने बताया कि कांग्रेस की पहली सूची जारी होने से पहले ही वे अशोक गहलोत से मिलकर अपनी बात रखेंगे।
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जोशी पर भाजपा के साथ रहने का आरोप
इधर, नाराज कांग्रेसियों ने दक्षिण जिलाध्यक्ष नरेश जोशी पर खुलकर आरोप लगाया कि वे भाजपा के साथ रहकर कार्य करते हैं। इसके चलते पार्षदों ने बुधवार को कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में जोशी का खुलकर विरोध किया। इस घटना के बाद हालांकि जोशी ने किसी से बात तो नहीं की, लेकिन घटना के दूसरे दिन जोशी ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई मेरे घर आते हैं तो क्या मैं उन्हें मना कर दूं। चुनावी साल है और मैं संगठन का अध्यक्ष हूं तो कार्यकर्ता मेरे घर क्यूं नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव कौन लड़़ेगा यह आलाकमान तय करता है। आलाकमान कहेगा तो चुनाव लड़ेंगे।
Source: Jodhpur