जोधपुर।
लूनी थानान्तर्गत फींच गांव में एक व्यक्ति को हनी ट्रैप में फंसाकर दो महिलाओं ने बदनाम करने की धमकियां देकर एक व्यक्ति से मोबाइल व 50 हजार रुपए छीन लिए। इतना ही नहीं, बीस लाख रुपए देने के लिए ब्लैकमेलिंग करने लगी। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर दोनों महिलाओं को गिरफ्तार किया। पीडि़ता ने एक कांस्टेबल पर भी समझौता करवाने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया, लेकिन पुलिस ने उसकी भूमिका से इनकार किया है।
पुलिस के अनुसार फींच गांव के 53 वर्षीय एक व्यक्ति को हनी ट्रैप में फंसाकर बीस लाख रुपए मांगे गए थे। मारपीट कर मोबाइल व 50 हजार रुपए भी लूट लिए गए थे। आरोप है कि दो माह पहले पीडि़त पावटा बस स्टैण्ड गया था, जहां गुड़ा बिश्नोइयान निवासी एक महिला मिली थी। तबीयत खराब होने का बताने पर पीडि़त ने उसे कार में नांदड़ी छोड़ा था।इस दौरान मोबाइल नम्बर आदान प्रदान होने पर दोनों में चैट और बातचीत शुरू हो गई थी।
गत 13 अक्टूबर को महिला ने पीडि़त को प्रोग्राम होने के चलते घर बुलाया था, जहां पहुंचने पर दोनों में बातचीत हुई थी और फिर संबंध भी बन गए थे। तभी भोपालगढ़ के सुरुपरा गांव की महिला ने दरवाजा खटाखटाया। दरवाजा खोलते ही वह अंदर घुसी और पीडि़त के अर्द्धनग्न फोटो ले लिए। जिन्हें वायरल करने की धमकी देकर मारपीट की और मोबाइल व 50 हजार रुपए लूट लिए थे। साथ ही बीस लाख रुपए देने के लिए दबाव डाला गया था। पीडि़त के इनकार करने पर डरा धमकाकर छोड़ दिया गया था। आरोप है कि 15 अक्टूबर को जोधपुर ग्रामीण पुलिस के एक कांस्टेबल ने फोन कर महिला के एफआइआर दर्ज करवाने थाने पहुंचने की जानकारी दी गई। कांस्टेबल ने समझौता करवाने की बात कही थी।
पीडि़त व्यक्ति चौहाबो में स्कूल के पास कांस्टेबल व दोनों महिलाओं से मिला था, जहां उससे बीस लाख रुपए मांगे गए थे। ऐसा न करने पर बदनाम करने की धमकियां दी गईं थी। पीडि़त ने दो दिन का समय मांगा था। फिर वो थाने पहुंचा और दोनों महिलाओं व कांस्टेबल के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई।
पुलिस ने जांच के बाद मूलत: गुड़ा बिश्नोइयान हाल भोपालगढ़ में हिंगोली और सुरपुरा गांव निवासी महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया गया।
दोनों महिलाओं पर पहले से एक-एक एफआइआर दर्ज
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार होने वाली एक महिला के खिलाफ हनी ट्रैप का एक मामला पहले से दर्ज है। वहीं, दूसरी महिला के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी का एक मामला दर्ज है। फिलहाल कांस्टेबल की भूमिका से पुलिस ने इनकार किया है।
Source: Jodhpur