जोधपुर।
पुलिस स्टेशन डांगियावास का एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने और नाकारा घोषित कर वर्ष 2011 में स्टेट मोटर गैराज में जमा करवा दिया गया था, लेकिन वाहन में लगा 20 वॉट का वायरलैस सैट का अभी तक गायब है। जबकि वाहन संबंधी सभी पुराना रिकॉर्ड तक नष्ट किए जा चुके हैं। वायरलैस सैट का पता न लगने पर डांगियावास थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज करवाया गया है।
दरअसल, 14 जून 2008 को तत्कालीन जोधपुर जिला ग्रामीण पुलिस के अधीन डांगियावास थाने की गाड़ी के लिए 20 वॉट वायरलैस सैट (वीएचएफ) लगाया गया था। यह गाड़ी वर्ष 2007-08 से वर्ष 2011-12 तक थाने में उपयोग ली गई थी। फिर दुर्घटनाग्रस्त होने पर नाकारा घोषित कर दी गई थी। इस पर गाड़ी को जोधपुर ग्रामीण पुलिस की एमटीओ शाखा में जमा करवा दिया गया था। वहां से यह गाड़ी स्टेट मोटर गैराज में जमा कराई गई थी। इस दौरान गाड़ी में लगे वायरलैस सैट की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया। 6 मार्च 2020 को पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के आदेश पर वाहन से संबंधित सभी पुराना रिकॉर्ड भी नष्ट कर दिया गया था। जबकि उसमें लगे वायरलैस सैट के बारे में कोई सूचना तक नहीं मिल पाई।
थानाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि जोधपुर रेंज के दूरसंचार कार्यालय के उपाधीक्षक दिलीपसिंह ने 20 वॉट के वायरलैस सैट, बैटरी, लीड, हेण्ड माइक, व्हीकुलर एन्टेना चोरी का मामला दर्ज कराया है। एएसआइ कुशालराम जांच कर रहे हैं।
12 साल बाद वायरलैस सैट गायब होने का पता लगा
इस बीच, चालू साल में पुलिस दूरसंचार के निदेशालय के निर्देश पर आवंटित वायरलैस सैट की जिलावार सूचना तैयार की गई। तब इस वायरलैस सैट के जोधपुर ग्रामीण अथवा कमिश्नरेट में उपयोग न लिए जाने का पता लगा। जिसके बारे में दूरसंचार कार्यालय को अवगत करवाकर जांच शुरू की गई थी। पुलिस स्टेशन डांगियावास, ग्रामीण पुलिस की एमटीओ शाखा ने अनभिज्ञता जताई। तब पुलिस अधीक्षक दूरसंचार के आदेश पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कराया गया।
Source: Jodhpur