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Barmer: Balotra:पाटोदी अंचल में दिन रात बड़ी-बड़ी मशीनों से वैध और अवैध खनन कर धड़ल्ले से खदानें चल रही हैं। पत्रिका टीम ने जायजा लिया तो ये हालात सामने आए।
इस दौरान देखा गया कि ग्राम पंचायत भाखरसर में ग्रेवल खूब निकल रहा है। व्यापारी वैध व अवैध ग्रेवल अंधाधुंध गािड़यों में भरवा रहे हैं। वहीं लीजधारियों की लीज की अनुमति तो लीज की नाममात्र जगह तक सीमित है, मगर व्यापारी धीरे धीरे जमीन खोदते खोदते अन्य खेतों व गैर गोचर भूमि तक पहुंच रहे हैं। वहीं अन्य जगह पर खोदना शुरू कर देते हैं। वहीं लीजधारक के अलावा अन्य लोग भी भाखरसर में अवैध खनन कर चालीस से पचास फीट तक अवैध खनन कर गड्ढे खोद कर छोड़ रहे हैं। थोड़ी बहुत चूक से कभी भी हादसा हो सकता है।

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गाडियों में 35 से 36 टन अवैध रूप से ओवरलोड भरवा कर रवाना करते
जानकारी के अनुसार वैध खनन वाली गाडि़यों में 18 टन वैध ग्रेवल माल होता है, मगर इन गाडियों में 35 से 36 टन अवैध रूप से ओवरलोड भरवा कर रवाना करते हैं। वहीं रायल्टी कंपनी के लोग भी ओवरलोड वाहनों को गाड़ी नंबर व समय लिख कर खाली सामान्य पर्ची गाडि़यों के मालिकों को दे रहे हैं। यहां कंप्यूटर की पर्ची नहीं देने के कारण लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है।

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पर्ची में गाड़ी वजन या पैसा भी नहीं लिखा होता

जानकारी के मुताबिक पर्ची में किसी भी प्रकार का गाड़ी वजन या पैसा भी नहीं लिखा होता है। पड़ताल में पता चला कि पर्ची पर गेट पास लिखा हुआ होता है। इसके अलावा ग्रेवल से भरी गाड़ीयां कांटे पर वजन के लिए भी नहीं पहुंच रही है। करोड़ों रुपए का राजस्व नुकसान होने के बाद भी किसी भी तरह से कार्रवाई नहीं हो रही है। पत्रिका संवाददाता ने ग्रेवल से संबंधित इस मामले के बारे में बात करने के लिए खनिज अभियंता बाड़मेर को तीन चार बार फोन किया गया मगर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

Source: Barmer News

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