Rajasthan Assembly Election 2023 : राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 का चुनावी रंग अब दिवाली और रामा-श्यामा पर भी चढ़ता नजर आया। दो दिन तक जहां नए पर्व पर गांवों में रियाणें हुई तो लोगों के बीच सिर्फ चुनावी चर्चा ही रही। इधर, सभी प्रत्याशी त्योहार पर भी सभाओं में व्यस्त नजर आए। इस दौरान लोग घरों में होने पर अधिक से अधिक जनसम्पर्क का जोर रहा। राजस्थान के रण को लेकर थार में प्रचार-प्रसार का दौर अब परवान चढ़ रहा है। चुनाव से पहले लोगों से मेल मिलाप को लेकर दिवाली व रामा-श्यामा प्रत्याशियों के लिए फायदा का सौदा रहा। घरों से दूर कमाने गए प्रवासी लोग भी दिवाली पर घर पहुंचे तो किसान, आमजन भी दो दिन घरों पर ही मिले। ऐसे में अधिकांश प्रत्याशियों ने इन दो दिन को प्रचार-प्रसार के लिए चुना। दिवाली और रामा-श्यामा पर लोगों से मिलने लगभग सभी प्रत्याशी पहुंचे। ऐसे में गांव-गांव जनसभाओं का दौर चला। हर उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ पहुंचा और अपनी बात रखी।
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रियाणों में भी चुनाव की ही बात- गौरतलब है कि रामा-श्यामा को गांवों में रियाणें होती हैं, जहां लोग पूरे दिन रहकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं। इस बार रियाणों पर भी चुनाव रंग चढ़ा नजर आया है। रियाण में बातचीत का दौर चुनावों पर ही रहा। जिले की सातों विधानसभा सीटों सहित जैसलमेर और पोकरण के चुनाव रियाणों में बातचीत का मुख्य बिंदू रहा।
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सोमवार अलसुबह गोवर्धन पूजा के बाद गांव-ढाणीयो में सामूहिक रैयान का दौर चला। जिसमें ग्रामीणों ने गांवों के प्रमुख धार्मिक स्थलों का दर्शन करने के बाद सामूहिक रियाण में गांव व समाज हित के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए सामूहिक रूप से निर्णय लिए। स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्रवासियों को दीपावली के पावन पर्व पर बधाई देते हुए क्षेत्र में खुशहाली की कामना की। पुलिसकर्मियों ने उपखंड मुख्यालय सहित आसपास के कस्बों में गश्त कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। चुनावी सीजन में विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी भी त्योहर के मद्देनजर गांव व ढाणियों के दौर पर रहे।
Source: Barmer News