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Cyber fraud: साइबर ठगों ने आमजन के बैंक खाते खाली करने का नया तरीका निकाला है। ऐसे ठग मोबाइल यूजर्स को एंड्रॉयड एप्लीकेशन पैकेज (एपीके) फाइल से जाल में फंसा रहे हैं। ठग मोबाइल यूजर्स को एपीके फाइल भेजते हैं, जिन्हें डाउनलोड करवाकर मोबाइल से जानकारी लेकर बैंक खाते खाली कर लेते हैं।

सूत्रों के अनुसार अस्पताल, कूरियर कम्पनी, बैंक या मोबाइल कस्टमर केयर अथवा अन्य कम्पनियों की सेवा लेने या शिकायत करने के लिए मोबाइल यूजर्स सर्चिंग प्लेटफॉर्म गूगल पर जाकर सर्च करता है। तब उन्हें मिलती-जुलती नाम से कुछ वेबसाइट दिखाई देती हैं। इसमें दिए लिंक पर यदि गलती से भी क्लिक या नम्बर पर कॉल करते ही आदमी ठगों के जाल में फंस जाते हैं। साइबर ठग व्हॉट्सऐप या अन्य प्लेटफॉर्म से भी मोबाइल में एपीके फाइल भेज देते हैं। उन्हें डाउनलोड करते ही मोबाइल का एक्सेस ठगों के पास चला जाता है।

ऐसे करते हैं ठगी
सर्विस या शिकायत के बदले मोबाइल यूजर्स को 2 या 5 रुपए बतौर सर्विस चार्ज जमा करवाने का झांसा दिया जाता है। ऑनलाइन इस राशि का भुगतान करते ही पिन भी ठगों को मिल जाता है। फिर आसानी से खाता खाली कर लेते हैँ। मोबाइल या कम्प्यूटर में एपीके फाइल के मार्फत इंस्टॉल ऐप पर यूजर को मोबाइल की सिक्योरिटी सैटिंग में इंस्टॉल अननॉन ऐप को अनेबल करना पड़ता है। 98 प्रतिशत यूजर को यह सैटिंग दुबारा डिस्ऐबल करना होता है, लेकिन यूजर यह यूज नहीं करते हैं। जिससे मोबाइल में वायरस अथवा मेलवेयर ऐप इंस्टॉल या हैक होने का खतरा रहता है।

डाटा लीक का अंदेशा
चूंकि एपीके फाइल से डाउनलोड होने वाले ऐप कानूनन गलत व प्रतिबंधित वाले होते हैं। ऐसे में इन ऐप से होने वाली आय से देश की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान होता है। मोबाइल से डाटा लीक होने की भी पूरी आशंका होती है।

बचना है तो सावधानियां बरतें…
– सर्च इंजन या प्लेटफॉर्म पर कम्पनियों या संस्थानों की अधिकृत लिंक पर ही जाएं।
– ऑनलाइन ठग 2 से 5 रुपए बतौर सर्विस चार्ज जमा करवाने का झांस देते हैं। ऐसा न करें।
– एपीके फाइल से ऐप डाउनलोड करने से पहले पूरी जानकारी जुटाएं।

ऐसे केस में क्लेम भी नहीं किया जा सकता
कानूनी तौर पर प्रतिबंधित व गूगल प्ले स्टोर पर बैन होने वाले सभी ऐप मोबाइल में एपीके फाइल के माध्यम से ही चल रहे हैं। इनमें ऑनलाइन गेम, शेयर मार्केट व सट्टे जैसे लाभ व हानि पहुंचाने वाले ऐप भी इसमें शामिल हैं। इनसे हानि होने पर क्लेम भी नहीं किया जा सकता है। एपीके फाइल से मोबाइल में फोटो व डाटा लीक होने की आशंका भी रहती है। इसलिए सावधानी बरतें और अधिकृत लिंक पर ही जाएं।
प्रिया सांखला, साइबर एक्सपर्ट व अधिवक्ता

जोधपुर में अभी तक ऐसी शिकायत नहीं मिली है, लेकिन दूसरे बड़े शहरों में एपीके फाइल से साइबर ठगी की रोज शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे में आमजन को एपीके फाइल डाउनलोड करने के दौरान सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
जयराम मुंडेल, एसीपी, साइबर थाना प्रभारी

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Source: Jodhpur

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