मंडली पुलिस थाने में लंबे समय से काम कर रही सफाईकर्मी पतासी देवी वाल्मीकि की उस वक्त आंखों से खुशी की अश्रु धारा निकल पड़ी, जब उसके सामने खाकी वर्दीधारी पुलिसकर्मी उसके बेटे की शादी की खुशी में शामिल होने के लिए मायरा लेकर पहुंचे।
दरअसल, बालोतरा जिले के मंडली पुलिस थाने में पिछले 5 साल से बागावास गांव निवासी पतासीदेवी साफ-सफाई का काम कर रही है, इससे पहले पतासीदेवी का पति फताराम करीब 20 साल से इसी थाने में साफ सफाई का काम कर रहा था। करीब 5 साल पहले पतासीदेवी के पति की मौत हो गई तो उसके बाद से थाने में वह साफ-सफाई का काम रही थी। लंबे समय से पति व पत्नी के पुलिस थाने में काम करने से पुलिसकर्मियों से उनका जुड़ाव हो गया। करीब एक सप्ताह पहले जब सफाईकर्मी पतासीदेवी ने मंडली थानाधिकारी विशालकुमार व स्टाफ को इकलौते बेटे सुनील के बारे में जानकारी दी थी।
इस पर थानाधिकारी ने पचपदरा पुलिस उपाधीक्षक भूपेंद्र चौधरी से मायरा भरने के बारे में चर्चा की। चौधरी ने सफाईकर्मी के बेटे की शादी की खुशी में शामिल होने व मदद करने की सहमति दे दी। इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक भूपेंद्र चौधरी व मंडली थानाधिकारी विशालकुमार के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने मायरे के लिए राशि जुटाई और वस्त्र व चांदी के जेवरात भी खरीदे। सोमवार को सफाईकर्मी पतासीदेवी के बेटे सुनील की शादी में मायरा लेकर पहुंचे पुलिस अधिकारियों व जवानों को देख पतासीदेवी की आंखे भर आई और बोली कि वह तो घर चलाने के लिए थाने में साफ-सफाई का काम करती थी, लेकिन इतने बड़े अधिकारियों का मुझ पर और मेरे परिवार पर इतना प्रेम होगा, मैंने कभी ये कल्पना नहीं की।
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यहां पर महिलाओं ने मायरा लेकर पहुंचे पुलिस अधिकारियों व जवानों का मंगल गीत गाकर तिलक कर व गुड़ खिला कर स्वागत किया। पुलिसकर्मियों ने शादी के लिए ओढावणी स्वरूप वस्त्र, 51 हजार रुपए नकद व 10 तोला चांदी के जेवरात भेंट किए। दौरान पचपदरा पुलिस उपाधीक्षक भूपेंद्र चौधरी, मंडली थानाधिकारी विशालकुमार, एएसआई रूपसिंह व हैड कांस्टेबल मोटाराम समेत पुलिस थाने का स्टाफ मौजूद था।
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Source: Barmer News