प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वार्षिक परीक्षा से पहले प्रदेश सहित देश के विद्यार्थियों से सीधा संवाद कर परीक्षा पे चर्चा करना चाहते हैं लेकिन प्रदेश के विद्यालयों की मानो इससे कोई रुचि नहीं है। ऐसे में तय लक्ष्य के पास पहुंचना तो दूर मात्र तीस फीसदी बच्चों का ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हुआ है। 23 दिसम्बर आखिरी तारीख थी जिसे अब बढ़ा दिया लेकिन शीतकालीन अवकाश होने पर विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन कैसे होगा यह सवाल खड़ा हो रहा है।
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प्रधानमंत्री से सीधे रू-ब-रू
देश के छठीं से बारहवीं तक की कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चे प्रधानमंत्री से सीधे रू-ब-रू होकर अपनी समस्या बता सकते हैं और अपना सवाल पूछ सकते हैं, इसके लिए परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का आयोजन हर साल होता है। अमूमन प्रधानमंत्री जनवरी के आखिरी सप्ताह या फरवरी के प्रथम पखवाड़े में यह कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है। देश के हर राज्य से बच्चों को रजिस्ट्रेशन करवाया जाता है। इसमें निजी व सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम से कम सौ तथा उच्च प्राथमिक में पच्चीस बच्चों का रजिस्ट्रेशन करवाने का लक्ष्य दिया हुआ है। लक्ष्य के अनुसार पूरे प्रदेश में 50 जिलों से 1 लाख 50 हजार बच्चों का रजिस्ट्रेशन होना है लेकिन अब तक मात्र 4 लाख 63 हजार 304 का रजिस्ट्रेशन हुआ जिसमें से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर से संबंधित विद्यालयों के विद्यार्थियों की तादाद 4 लाख 14 हजार 468 ही है। इस हिसाब से अब तक प्रदेश में 30.89 फीसदी लक्ष्य ही पूरा हुआ है।
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पांच अव्वल व पांच फिसड्डी जिले
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के रजिस्ट्रेशन में प्रदेश के पांच अव्वल जिले भीलवाड़ा 72.31 फीसदी, गंगानगर 67.33, कोटा 63.83, राजसमंद 69.18 तथा केकड़ी 57.68 है। वहीं, न्यूनतम रजिस्ट्रेशन वाले जिलों में करौली 1.75, दूदू 4.05, गंगापुर सीटी 6.13, सांचौर 7.46 व खैरथल-तिजारा 8.11 प्रतिशत है। इस सूची में जैसलमेर जिला 32.41 फीसदी के साथ 22वें स्थान पर है। जबकि नया बना बालोतरा जिला 30. 78 फीसदी के साथ 24वें पायदान पर है। बाड़मेर जिला 33वें स्थान पर है जहां अब तक 22.15 फीसदी बच्चों का ही रजिस्ट्रेशन हुआ है।
मिलेंगे पीपीसी किट
MyGov पर प्रतियोगिताओं के माध्यम से चुने गए लगभग 2050 छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को शिक्षा मंत्रालय की ओर पीपीसी किट उपहार में दी जाएगी। छात्र अधिकतम 500 अक्षरों में अपना प्रश्न प्रधानमंत्री को भेज सकते हैं। इनमें से कुछ चुने गए विद्यार्थियों से प्रधानमंत्री संवाद करेंगे। जबकि रजिस्ट्रेशन करवाने वाले विद्यार्थी लिंक के माध्यम से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से सीधे जुड़ेंगे। माता-पिता और शिक्षक भी विशेष रूप से उनके लिए डिज़ाइन की गई ऑनलाइन गतिविधियों में भाग ले सकते हैं और अपनी प्रविष्टियां जमा कर सकते हैं। गौरतलब है कि रजिस्ट्रेशन आरम्भ की तिथि 11 दिसंबर 2023 थी और अब अंतिम तिथि बढ़ा कर 12 जनवरी 2024 की गई है।
Source: Barmer News