- पिछले साल के मुकाबले अस्पताल की ओपीडी में 18 फीसदी मरीज बढ़े
- सबसे ज्यादा मेडिसिन विभाग में आए रोगी
- आइपीडी रोगियों में भी 15 फीसदी की बढ़ोतरी
साल दर साल अस्पतालों में बीमारों की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्ष 2023 में राजकीय मेडिकल कॉलेज बाड़मेर की ओपीडी में कुल 10 लाख 14 हजार 200 मरीज उपचार के लिए पहुंचे। वहीं 58 हजार 222 को भर्ती किया गया। पिछले साल 2022 के मुकाबले में ओपीडी में रोगियों की संख्या में 18 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई।
अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ी है। ओपीडी से लेकर ऑपरेशन तक सभी जगह का आंकड़े में वृद्धि देखी जा रही है। चाहे ऑपरेशन कैसे भी हो, सभी में साल 2023 में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसी तरह भर्ती भी बढ़ी है। इससे अस्पतालों पर दबाव ज्यादा हुआ है। संसाधन कम और मरीज ज्यादा होने से रेस्पोंस समय भी बढ़ गया।
मेडिसिन की ओपीडी में भीड़
मेडिसिन ओपीडी में आने वाले रोगियों की संख्या सर्वाधिक रही। प्रतिदिन आने वाले रोगियों की संख्या को देखा जाए तो 50-60 प्रतिशत रोगी मेडिसिन में ही आए है। इसके बाद शेष बचे रोगी अन्य ओपीडी में गए। मौसमी बीमारियों के रोगियों की संख्या सबसे ज्यादा रही। जिसमें वायरल पीडि़तों के अलावा मलेरिया, डेंगू, पीलिया, न्यूमोनिया के रोगी भी शामिल है।
ओपीडी में 18 तो आइपीडी में बढ़े 15 प्रतिशत
साल 2022 में ओपीडी में कुल 8 लाख 27 हजार 686 तो 2023 में कुल 10 लाख 14 हजार 200 रोगियों का उपचार किया गया। पिछले साल से 18 प्रतिशत ज्यादा रोगी अस्पताल पहुंचे। वहीं पिछले साल 49658 को भर्ती किया तो साल 2023 में 58222 रोगियों का एडमिशन हुआ। भर्ती रोगियों में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
कुत्ते काटने के मामले कम, स्नैक बाइट ज्यादा
अस्पताल में 2023 में कुत्ते काटने के केस 1447 आए, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 1688 रहा था। लेकिन सांप काटने के मामले बढ़े पिछले साल 647 तो इस साल में 718 रोगी अस्पताल पहुंचे। स्नैक बाइट के 11 फीसदी केस बढ़े।
2023: एक नजर में अस्पताल के आंकड़े
सर्जरी
जनरल : 860
ईएनटी :338
गायनिक: 3535
आर्थों : 939
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डिलीवरी :10675
सिजेरियन : 3131
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निशुल्क जांच
मरीज : 152022
इतनी जांचें :1710533
Source: Barmer News