- अध्यापक सीधी भर्ती-2022 लेवल प्रथम व द्वितीय की चयनित अभ्यर्थी का मामला
- बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में मेडिकल बोर्ड के सामने चिकित्सा परीक्षण में मूल अभ्यर्थी की जगह संदिग्ध महिला अभ्यर्थी पहुंची
- सांचौर जिले की है दिव्यांग महिला अभ्यर्थी
भर्ती परीक्षाओं में मूल के स्थान पर फर्जी अभ्यर्थी के मामले तो कई बार सामने आए है। फर्जी अभ्यर्थी पकड़े भी गए है। अब नया प्रकरण जो सामने आया है उसमें मेडिकल बोर्ड के सामने संदिग्ध अभ्यर्थी को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पेश होने का है। मामला अध्यापक सीधी भर्ती-2022 लेवल प्रथम व द्वितीय की चयनित दिव्यांग अभ्यर्थी से जुड़ा है। राजकीय जिला अस्पताल में दिव्यांग अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान मूल के स्थान पर संदिग्ध अभ्यर्थी पेश हुई। जब बोर्ड को अभ्यर्थी की जांच के दौरान संदेह हुआ तो साथ आया युवक उसे लेकर वहां से चला गया।
जानकारी के अनुसार गत 5 जनवरी को जिला अस्पताल में चार विशेषज्ञों का मेडिकल बोर्ड अध्यापक सीधी भर्ती-2022 लेवल प्रथम व द्वितीय की चयनित दिव्यांग अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य जांच के लिए गठित किया गया। बोर्ड यहां अभ्यर्थियों की जांच कर रहा था। इस दौरान सांचौर जिले की एक महिला अभ्यर्थी बोर्ड के सामने जांच को पहुंची। उसके कागजात लेने के बाद सुनने और बोलने में अक्षम दिव्यांग अभ्यर्थी के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान जब एक कागज पर उसे अपने पिता का नाम लिखने का संकेत दिया तो वह नाम तक नहीं लिख पाई। इस पर बोर्ड को उसके फर्जी होने का संदेह हो गया।
यह रहा घटनाक्रम
शिक्षक सीधी भर्ती के चयनित दिव्यांग अभ्यर्थियों की मेडिकल जांच चल रही थी। इस दौरान एक महिला अभ्यर्थी बोर्ड के सामने जांच के लिए पेश हुई। सुनने और बोलने में अक्षम बताई गई। बोर्ड सदस्यों ने उसका परीक्षण करने के लिए एक कागज पर लिखा कि अपने पिता का नाम लिखो, अभ्यर्थी नाम तक नहीं लिख सकी। तब सदस्यों को अभ्यर्थी के डमी होने का संदेह हुआ। बोर्ड ने महिला अभ्यर्थी के साथ आए युवक से कहा कि इसके पिता कहां है, उसने बताया कि बाहर बैठे है, बोर्ड ने पिता को बुलाने का कहा तो युवक संदिग्ध अभ्यर्थी को साथ लेकर बाहर चला गया। इस दौरान बोर्ड सदस्य करीब आधे घंटे से अधिक समय तक इंतजार करते रहे। लेकिन अभ्यर्थी के वापस नहीं लौटने पर उनका संदेह पक्का हो गया कि मूल अभ्यर्थी के स्थान पर एवजी का स्वास्थ्य परीक्षण करवाने का प्रयास किया गया। इसके बाद सदस्यों ने साथ आए युवक के मोबाइल पर फोन किया तो उसने रिसीव नहीं किया। बाद में चिकित्सक के नम्बर को युवक ने ब्लॉक कर दिया।
सीइओ को भेजी तथ्यात्मक रिपोर्ट
बोर्ड सदस्यों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रकरण की पूरी रिपोर्ट बनाकर सीईओ जिला परिषद बाड़मेर को कार्रवाई के लिए प्रेषित की है। सीईओ के अलावा स्वास्थ्य विभाग और पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को भी मामले से अवगत करवाते हुए कार्रवाई के लिए रिपोर्ट की प्रति प्रेषित की है।
कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट प्रेषित
बोर्ड की ओर से संदिग्ध दिव्यांग महिला अभ्यर्थी के मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट बनाकर जिला परिषद सीईओ बाड़मेर को प्रेषित की गई है। जिसमें पूरा घटनाक्रम और संदिग्ध होने के तथ्य शामिल किए गए है।
-डॉॅ. महावीर चोयल, असिस्टेंट प्रोफेसर, फोरेंसिक मेडिसिन राजकीय मेडिकल कॉलेज बाड़मेर
ऐसा मामला संज्ञान में नहीं आया
मुझे इस तरह के किसी मामले की रिपोर्ट नहीं मिली। अस्पताल में जिनके सामने इस तरह का मामला आया है तो वे ही कार्रवाई करें।
-शिवपाल जाट, सीईओ जिला परिषद बाड़मेर
Source: Barmer News