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भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रों ने गुरुवार का दिन जयपुर में गुजारा। इसको कई मायनों में अहम रूप से देखा जा रहा है। पर्यटन के साथ कई बड़े प्रोजेक्ट में फंडिंग की उम्मीद भी इससे बढ़ी है। जोधपुर और फ्रांस के बीच भागीदारी 10 साल से चली आ रही है। फ्रांस के एएफडी बैंक से मिले लोन के कारण जोधपुर में पेयजल का ढांचा काफी हद तक मजबूत हुआ है। यह भागीदारी इस साल पूरी हो जाएगी, जिसमें महज 10 प्रतिशत से भी कम काम बचा है।

राजस्थान सरकार व जोधपुर का वाटर इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने का काम 10 साल पहले शुरू हो गया था। तख्तसागर में नया फिल्टर प्लांट और सुरपुरा बांध में जो डिग्गी बनी है यह उसी प्रोजेक्ट के तहत बनी है। इसी के तहत सुरपुरा में नया टूरिज्म स्पॉट और पेयजल की समस्या का समाधान भी हुआ है। पीएचईडी प्रोजेक्ट विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता नक्षत्र सिंह चारण बताते हैं कि इस प्रोजेक्ट का काम इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। इससे शहर की करीब 15 प्रतिशत से ज्यादा आबादी को राहत मिली है।

एएफडी के सहयोग से ऐसे मिला बजट
– 2013 में एएफडी के सहयोग से यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ।
– 740 करोड़ रुपए सबसे पहले स्वीकृत किए गए।
– 592 करोड़ का लोन स्वीकृत हुआ और राज्य मद से 148 करोड़ रुपए मिलना तय हुआ।
– दिसम्बर 2023 तक जोधपुर में इस प्रोजेक्ट में 660 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
– एएफडी ने इसमें लोन राशि 381.38 करोड़ रुपए और राज्य मद से 363.92 करोड़ रुपए है।

अब जरूरत जल जीवन मिशन ही
इस समय राजस्थान और मारवाड़ की सबसे बड़ी जरूरत जल जीवन मिशन है। इस प्रोजेक्ट में लगातार बजट की कमी आ रही है। जिससे घर-घर नल से जल पहुंचाने का काम भी काफी धीमा पड़ा हुआ है। भारत सरकार फ्रांस से इस प्रोजेक्ट में फंड लेने का विचार कर रही है, यदि राजस्थान सरकार भी इसमें पहल करे तो काम को गति मिल सकती है।

यह परियोजनाएं हुईं तैयार
– 90 एमएलडी का सुरपुरा फिल्टर प्लांट बनकर तैयार हुआ है।
– 90 एमएलडी का तखतसागर फिल्टर प्लांट बनकर तैयार हुआ है।
– 30 द्मद्व 1600/1500 मिमी रॉ वाटर पाइप लाइन बनी है।
– 210 एमसीएफटी की सुरपुरा डिग्गी बनी है।
– 18 उच्च जलाशय बने।
– 770 किमी फीडर व वितरण पाइप लाइन का काम चल रहा है।

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राजीव गांधी नहर में रेजिंग के कार्य हुए हैं।
– ग्राउंड वाटर की समस्या के निदान के लिए 38 किमी पाइपलाइन व 69 नलकूप बने हैं।
– वितरण तंत्र के हैं एसआर और एसआर के आगे के पाइप का काम चल रहा है।
– परियोजना के जो बचे हुए काम सितंबर 2024 तक पूरा होना है।

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Source: Jodhpur

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