बालोतरा. डेढ़ वर्ष के इंतजार के बाद सरकार व बीमा कंपनी के खरीफ फसल बीमा 2018 क्लेम राशि स्वीकृत करने के बावजूद, अधिकांश किसानों के खातों में बीमा राशि जमा नहीं हुई है। फसल खराबे की बीमा राशि के लिए किसान सहकारी व अन्य बैंकों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कहीं से संतोषप्रद जबाब नहीं मिल रहा है कि इस अवधि तक खातों में राशि जमा हो जाएगी। इससे परेशानी के साथ किसानों का समय व धन बर्बाद हो रहा है।
2018 खरीफ फसल में हुए बड़े खराबे व इसका क्लेम निर्धारित करने में सरकार, कृषि विभाग व बीमा कंपनी के उलझने पर, किसानों को बीमा राशि के लिए अधिक इंतजार करना पड़ा।
लंबे समय बाद सरकार, कृषि विभाग व बीमा कंपनी मेंं बीमा क्लैम जारी करने पर सहमति बनी और करीब दो माह पूर्व बीमा कंपनी ने बाड़मेर के किसानों के लिए करीब 500 करोड़ का मुआवजा स्वीकृत किया। इस पर किसानों ने शीघ्र मुआवजा मिलने की उम्मीद संजोई, लेकिन आज भी बड़ी संख्या में किसानों को मुआवजा नहीं मिला है।
देरी पर देरी पड़ रही भारी, बंैकों के चक्कर काट रहे किसान- खरीफ फसल 2018 के क्लेम को लेकर किसानों को पहले से ही अधिक इंतजार करना पड़ा। क्लेम स्वीकृत होने के बाद मुआवजा राशि नहीं मिलने से इस देरी को लेकर इनकी हालत खस्ता है।
जानकारी अनुसार जिले के करीब 2.5 लाख से अधिक किसानों ने सहकारी समितियों व अन्य निजी बैंकों से बीमा करवा रखा है। गत सप्ताह तक बीमा कंपनी की ओर से करीब 221 करोड़ रुपए का मुआवजा जारी किया गया। इससे करीब 1 लाख से अधिक किसानों को मुआवजा मिला। आज भी सवा लाख से अधिक किसान मुआवजा की बांट जो रहे हैं।
मुआवजा राशि नहीं मिल रही-
खरीफ फसल 2018 बीमा क्लेम को लेकर पहले ही अधिक देरी की गई। मुआवजा स्वीकृत होने के बाद खाते में राशि जमा नहीं करने से अधिक परेशान हूं। बैंकों के कई चक्कर लगाने के बाद भी कोई संतोषप्रद जबाब नहीं मिल रहा है।-
शक्तिदान चारण किसान
रुपयों की जरूरत, जारी करें राशि-
इन दिनों किसानों रबी की बुवाई कर रखी है। मलमास समाप्ति बाद मांगलिक आयोजन होंगे। इस पर खेती व अन्य कार्यों में रुपयों की सख्त जरूरत है। सरकार व बीमा कंपनी शीघ्र मुआवजा राशि दें।
– पंचाणाराम चौधरी
221 करोड़ का भुगतान किया, शेष जल्द करेंगे-
खरीफ फसल 2018 खराबे का बीमा क्लेम के भुगतान किया जा रहा है। गत सप्ताह तक करीब 221 करोड़ का भुगतान किया गया। शेष की प्रक्रिया जारी है।
– रामसुख चौधरी, प्रबंध निदेशक, दी बाड़मेर सेन्ट्रल कॉ ओपरेटिव बैंक बाड़मेर
Source: Barmer News