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जोधपुर।
बजरी का अवैध खनन करने वालों के हौंसले किस कदर बढ़ गए हैं इसका अंदाजा भाचरणा गांव में वारदात से लगाया जा सकता है। गांव में नदी के किनारे खनिज विभाग की ओर से जब्त 3293 टन बजरी को बजरी माफिया ने चुरा लिया। खनिज विभाग ने लूनी थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ चोरी का ममला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार उदयपुर में निदेशालय के कन्ट्रोल रूम में भाचरणा गांव में स्थानीय नदी के किनारे बजरी का अवैध स्टॉक होने की सूचना मिली। इस पर खनिज विभाग, पटवारी और पुलिस ने 30 जनवरी को संयुक्त रूप से कार्रवाई की। जांच में सामने आया कि गांव में नाडी की ओरण में बजरी के अनेक ढेर लगे हुए थे। जो पंचायत की गैर मुमकिन नदी की भूमि थी। विभाग ने नाप तोल की तो 3293 टन बजरी का अवैध स्टॉक होने का पता लगा था। यह बजरी गांव से निकलने वाली स्थानीय नदी से खनन कर गोचर भूमि में स्टॉक करके रखी गई थी। इस पर खनिज विभाग ने 3293 टन बजरी जब्त की। चूंकि बजरी का अवैध स्टॉक पंचायत भूमि के अधीन था। इसलिए उसे जब्त कर गांव में रहने वाली धाईदेवी पत्नी गोलाराम गोदारा व उसके पुत्र अशोक को सुपुर्द की।
इस बीच, बजरी माफिया ने जब्त बजरी चोरी करनी शुरू कर दी। गांव के सरपंच ने खनिज विभाग को इस संबंध में सूचना दी। पंचायत के पास पर्याप्त संसाधनों का अभाव है। इसलिए जब्त बजरी के स्टॉक को चोरी रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। खान विभाग के प्रशासनिक अधिकारी बाबूसिंह ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ जब्त स्टॉक से बजरी चोरी करने का मामला दर्ज कराया।

Source: Jodhpur

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