Water Crisis : एक ओर तो शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी तरह से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है, वहीं दूसरी ओर शहरी क्षेत्र से ही पानी पाली जिले के रोहट को पहुंचाया जा रहा है। यह तब है जब इंदिरा गांधी नहर में इसी माह पानी का क्लोजर होगा और जवाई बांध में पानी की पर्याप्त उपलब्धता है।
प्लांट में शुरू हुई पानी की किल्लत
जोधपुर के कुड़ी हौद फिल्टर प्लांट पर 19 एमएलडी पानी का प्लांट है। यहां से लूणी के करीब 185 ग्राम और 200 ढाणियों को पानी की सप्लाई होती है। साथ ही झालामंड व कुड़ी भगतासनी का शहरी क्षेत्र भी शामिल है। पिछले एक माह से कुड़ी हौद फिल्टर प्लांट से जुड़े क्षेत्र में पानी की किल्लत शुरू हो गई है, जिसका असर आसपास के क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। इसका कारण है यहां से प्रतिदिन पाइप लाइन से पानी रोहट व पाली तक पहुंचाना। यह पानी तख्तसागर से कुड़ी हौद और फिर आगे सप्लाई किया जाता है। जबकि दूसरी ओर जवाई बांध में करीब 2 साल का स्टोरेज है।
30 लाख गेलन पानी
कुड़ी हौद फिल्टर प्लांट से 220 एचपी की मोटर से पाली को सप्लाई जा रही है। पानी की सप्लाई की लाइन 18 इंच की है। जिससे करीब 5 लाख गैलन प्रति घंटे की सप्लाई होती है और यह मोटर 6 घंटे प्रतिदिन चलती है। ऐसे में एक दिन में 30 लाख गैलन पानी की सप्लाई होती है। आगामी शटडाउन के दिनों में यह समस्या बढ़ सकती है।
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Source: Jodhpur