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राज्य सरकार ने महिला सशक्तीकरण एवं बच्चों के स्वस्थ व शिक्षित भविष्य को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से नई पहल करते हुए प्रत्येक ब्लॉक में एक आंगनबाड़ी केंद्र का चयन कर उसे आदर्श के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया है। निदेशालय समेकित बाल विकास सेवाओं के अंतर्गत आने वाले राज्य के 365 सामान्य आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों में बदला जाएगा। सरकार ने इसकी स्वीकृति भी दे दी गई है। इसके तहत जोधपुर ग्रामीण जिले के सभी 14 ब्लॉकों में से एक-एक आंगनबाड़ी केंद्र को चुना जाएगा, इन चयनित केंद्रों को ग्रामीण बच्चों को प्ले स्कूल जैसा माहौल उपलब्ध कराने के लिए इनके विकास पर प्रत्येक चयनित केंद्र पर पांच लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।

ये मिलेंगी सुविधाएं
आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को प्ले स्कूल जैसा माहौल देने के लिए सामान्य मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण, वॉल पेंटिंग, सौर ऊर्जा, चाइल्ड फ्रेंडली फर्नीचर, बच्चों के लिए खिलौने, खेलकूद के सामान, रेनवाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रेक्चर का निर्माण, शौचालय में आधुनिक सुविधाएं, आरओ, एलईडी, सीसीटीवी, वाईफाई, पेन ड्राइव, पोषाहार कंटेनर, लाइब्रेरी कॉर्नर आदि सभी प्रकार की सुविधाएं की जाएंगी। साथ ही पोषण वाटिका को भी विकसित किया जाएगा।

70 लाख खर्च होंगे
राज्य सरकार की ओर से चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श बनाने के लिए 5 लाख रुपए प्रति आंगनबाड़ी केंद्र खर्च किए जाएंगे। ऐसे में जिले के 14 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 70 लाख रुपए खर्च होंगे। इस राशि से केंद्र पर बच्चों के लिए कई प्रकार की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।

चयन प्रक्रिया शुरू
जोधपुर ग्रामीण जिले के महिला बाल विकास विभाग की ओर से आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों के चयन की प्रक्रिया शुरू की गई हैं। आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों पर सुविधाएं बढ़ाने से बच्चों को अच्छा माहौल तो मिलेगा इसके साथ मानसिक विकास भी हो सकेगा।
– सुरेन्द्र कुमार, सीडीपीओ, पीपाड़सिटी/भोपालगढ़

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Source: Jodhpur

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