बाड़मेर। रेगिस्तान में किसानों की मेहनत ने एक नई इबारत लिख दी। पानी मिलते ही किसान कुओं से सिंचाई करने लगे और देखते ही देखते अनार राज्य का बीस प्रतिशत और करीब दस अरब का अनार बाड़मेर में पैदा होने लगा है। बावजूद इसके प्रोसेसिंग यूनिट और पैकेजिंग नहीं हो रही है। जरूरी है कि किसानों को अनार उत्पादकता के लिए प्रोत्साहित करने के लिए यहां महाराष्ट्र की तर्ज पर अनार मार्केट डवलप करे।
चुनावों में किसानों के हितों के मुद्दों पर बात होती है लेकिन किसान अपनी मेहनत से जितना पैदा कर रहे है उतना मुनाफा हाथ नहीं लगता। जमीन पर पसीना बहाने वाले किसान बाजार में उतरते है तो उनके हाथ पर कमाई मामूली लगने लगी है, जबकि बाजार इसका बड़ा हिस्सा ले रहा है। ऐसी ही हालत बाड़मेर में अनार की है। यहां अनार की पैदावार के अनुरूप दाम मिले तो आने वाले समय में अनार की बड़ी मण्डी बाड़मेर होगा।
बाड़मेर-जैसलमेर- बालोतरा तीनों जिलों में पैदावार
अनार की यह बम्पर पैदावार बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा के तीनों ही इलाकों में हो रही है। बालोतरा के पास में बुडीवाड़ा,जागसा इलाके से लेकर सिवाना तक है तो बाड़मेर में धोरीमन्ना-गुड़ामालानी में अनार की पैदावार करने लगे है। जैसलमेर के नहरी इलाके में अनार है तो शिव के रेगिस्तानी इलाके जुड़िया गांव तक पैदावार होने लगी है। राज्य का बीस प्रतिशत अनार बाड़मेर पैदा कर रहा है।
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क्या चाहिए
प्रोसेसिंग यूनिट
पैकेजिंग
कोल्ड स्टोरेज
ग्रेडिंग मशीन
यों बढ़ रही पैदावार हैक्टेयर में
2010-30
2011-100
2015-3500
2017-4000
2019-6000
2021-7500
2022-8000
2023-10000
Source: Barmer News