बालोतरा. जिला पुलिस की स्पेशल टीम (डीएसटी) ने रविवार को मेगा हाइवे पर स्थित एक होटल से संचालित केमिकल के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई में स्पेशल टीम ने होटल परिसर व गोदाम से 448 ड्रमों में भरा 9 लाख लीटर खतरनाक ज्वलनशील केमिकल, 1062 खाली ड्रम, केमिकल से भरे 3 टैंकर, एक खाली ड्रमों से भरा ट्रक, 2 मिनी ट्रक व एक ट्रेक्टर जब्त करने के साथ 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी के अनुसार बालोतरा क्षेत्र में होटल व ढाबों पर अवैध खतरनाक केमिकल का कारोबार होने की सूचना मिलने पर जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) के सदस्यों ने मौके पर पहुंच सूचना की पुष्टि की। उसके बाद टीम प्रभारी डिप्टी धन्नापुरी व सीआई जेठाराम के निर्देशन में स्पेशल टीम गठित कर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। आरोपी यहां पर अवैध करोबार की फैक्ट्री संचालित कर रहे थे।
होटल की आड़ में केमिकल का काला कारोबार
मेगा हाइवे पर टापरा गांव की सरहद में स्थित रामदेव होटल पर रविवार दोपहर करीब 12 बजे टीम ने आकस्मिक दबिश देकर मौके पर टैंकरों से ज्वलनशील केमिकल निकालते हुए सात लोगों व ट्रक चालकों को दबोच लिया। टीम ने मौके से 3 टैंकर भी पकड़े है, जो कांडला पोर्ट से पंजाब की तरफ जा रहे थे।
उनमें से मिथाइल अल्कोहल, पॉम ऑयल, फिनायल भरा हुआ था। इसके अलावा मौके पर 36 ड्रमों में ज्वलनशील विभिन्न प्रकार का केमिकल भरा मिला। एक ट्रेक्टर भी मिला, जिससे ड्रमों में केमिकल भरने के बाद आसपास की झाडिय़ों में छिपाया जाता था।
कॉलोनी में बना लिया गोदाम
होटल पर दबिश व कार्रवाई को अंजाम देने के बाद डीएसटी ने मेगा हाइवे पर देवनगर कॉलोनी में बने एक बड़े गोदाम में छापा मारा। यहां पर टीम को विभिन्न ज्वलनशील व गंधक केमिकल से भरे 412 ड्रम, 1062 खाली ड्रम, एक खाली ड्रमों से भरा ट्रक, दो मिनी ट्रक मिले।
इन ड्रमों में मिथाइल अल्कोहल, इथाइन समेेत कई प्रकार का 9 लाख लीटर केमिकल भरा हुआ था। केमिकल से भरे ड्रमों पर एक विशेष कोड लिखा हुआ था, जिससे पता चल सके कि कौनसे ड्रम में कौनसा केमिकल है।
स्थानीय पुलिस को रखा कार्रवाई से दूर
कार्रवाई के चलते हाइवे पर होटलों की आड़ में केमिकल, कोयला समेत अन्य मादक पदार्थों की खरीद-फरोख्त करने वालों में हड़कंप मच गया। खास बात यह रही कि स्पेशल टीम की कार्रवाई की स्थानीय पुलिस को भनक तक नहीं लगी। स्पेशल टीम ने पूरी कार्रवाई को अंजाम देने के बाद स्थानीय पुलिस व अधिकारियों को जानकारी दी।
ऐसे में हाइवे पर इतने बड़े कारोबार के संचालन व स्पेशल टीम के भंडाफोड़ करने के प्रकरण ने स्थानीय पुलिस की कार्यशैली को संदेह के घेरे में खड़ा कर दिया। स्पेशल टीम को ओर से जब्त किए केमिकल में मुख्यत: मिथाइल अल्कोहल व इथाइल है।
एएसएपी कार्यालय से एक किमी दूर है गोदाम
जिस स्थान पर लंबे समय से केमिकल के गोदाम को संचालन किया जा रहा था। वहां से महज एक किलोमीटर दूर ही बालोतरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कार्यालय स्थित है। ऐसे में साफ जाहिर है कि अवैध कार्यों में लिप्त लोगों के हौलसे कितने बुलंद होंगे।
डीएसटी ने 24 घंटे लगातार रखी निगाहें
डीएसटी सुपरविजन अधिकारी धन्नापुरी गोस्वामी के नेतृत्व में टीम ने शनिवार दोपहर से लेकर रात तक होटल व गोदाम पर निगाह रखी। टीम ने गोदाम तक पहुंचने वाले रास्तों का पता किया। इसके बाद लगातार होटल व गोदाम की हलचल पुलिस की रेडार पर रही। रविवार दोपहर में होटल पर जैसे ही टैंकर चालक केमिकल देने के लिए पहुंचे तो टीम ने दबिश देकर दबोच लिया।
ये पकड़े गए, मुख्य आरोपी नहीं आए हाथ
पुलिस ने होटल व गोदाम से कानसिंह पुत्र जैतसिंह निवासी अजीतनगर ( झंवर, जोधपुर), नारायसिंह पुत्र बाबूसिंह निवासी नवातला (पाटोदी, पचपदरा), भीखे खां पुत्र अदरीमखां निवासी भूंका भगतसिंह, इस्माईल पुत्र अबदेखां निवासी सईया, (रंगाला, जालोर), लूणा खां पुत्र खमीशा खां तथा शौकत खां पुत्र राजा खां निवासी मालपुरा, (धोलियानाडा, आरजीटी), हनुमानराम पुत्र डुंगराराम निवासी चवा, बुलिदानसिंह पुत्र बेरीसालसिंह निवासी धारवी कलां (शिव), हरिसिंह पुत्र रेवन्तसिंह निवासी सिदा(फलोदी), समन्दरसिंह पुत्र कूम्पसिंह निवासी आरंग (शिव), कालूखां पुत्र लेगारखां निवासी सालारिया, माठीणो पुत्र रिड़मल खां निवासी खुदनपुरा (सेड़वा) को गिरफ्तार किया गया। इस मामले के मुख्य आरोपी सवाईसिंह पुत्र किशोरसिंह व बाबूलाल निवासी पाली को पुलिस ने नामजद किया है, जिनकी तलाश की जा रही है।
मिथाइल अल्कोहल बाड़मेर में मचा चुकी है मौत का तांडव
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016 में बाड़मेर शराब दु:खांतिका में जहरीली शराब का सेवन करने से 19 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। जोधपुर की एक औद्योगिक इकाई से चोरी-छुपे बाहर लाए गए मिथाइल अल्कोहल ने बाड़मेर में तांडव मचाया था।
जैसलमेर जिले में संचालित अवैध शराब फैक्ट्री मालिक ने मिथाइल अल्कोहल को इथाइल अल्होकल समझ कर अवैध रुप से शराब बनाई और बाजार में पहुंचा दी। इथाइल अल्कोहल का शराब बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
कार्रवाई में रहे शामिल
डीएसटी टीम सुपरविजन अधिकारी धन्नापुरी गोस्वामी के नेतृत्व में सिणधरी थानाधिकारी जेठाराम, हैड कांस्टेबल अमीन खां, अर्जुनराम, कांस्टेबल मेहाराम, प्रेमाराम, किशोर कुमार, निम्बसिंह, जालमसिंह, भवानीसिंह, कमांडो कानाराम, दिनेशकुमार, भंवराराम, दिलीप, प्रेम चौधरी, जोगाराम, उतमाराम, दीपक लेगा, उदयसिंह, अशोक कुमार शामिल थे।
Source: Barmer News