गडरारोड . सरहदी गांवों में इस बार टिड्डी का प्रकोप थम नहीं रहा है। रविवार दोपहर बाद पाकिस्तान से 20 से 25 किमी लम्बे टिड्डी दल सीमावर्ती गांवों में पहुंचा। इसे देखकर किसानों के होश उड़ गए।
आनन-फानन में जिसके भी हाथ जो बर्तन लगा उसे बजाकर टिड्डियों को भगाने के प्रयास किए। सीमावर्ती क्षेत्र के कई गांवों में रबी की फसलें बोई हुई हैं।
गडरारोड, गिराब, आसाड़ी, रतरेड़ी कला, खानीयानी, शहदाद का पार, खलीफा की बावड़ी, तामलोर, बांडासर ग्राम पंचायतों के सैकड़ों ट्यूबवेलों से सिंचाई होती हैं। वहीं रामसर तहसील के मापुरी, सीआई, गगरिया, कंटालिया, सेतराऊ में टिड्डियों का जमावड़ा रहा।
पहुंचा टिड्ड़ियों का बादल, नए क्षेत्र में पड़ाव
चौहटन . टिड्डियों के एक विशाल समूह ने एक बार फिर सीमावर्ती गांवों में हमला किया। करीब चार दर्जन गांवों में फसलों को चट करने के बाद अब घने बादलों की तरह फिर पहुंचे दल को देख किसानों की रूह कांपने लगी है। सोमवार दोपहर करीब एक बजे सरूपे का तला और मिये का तला के बीच करीब दस किलोमीटर क्षेत्र में बादलों की तरह काली छाया आते दिखी।
इस पर बड्ी संख्या में महिलाओं व बच्चों ने थालियां व डिब्बे बजाकर टिडि़़्डयां भगाने के प्रयास किए। आस-पास के लोगों को भी इसकी सूचना दी। कुछ ही देर में यह टिड्डियों का बादल फसलों पर बरस गया।
क्षेत्र के बींजासर, ईटादा, आलमसर, धनाऊ, सुथारों का तला (दीनगढ), मिये का तला, सरूपे का तला, गांधीनगर, ओजिया डेर, श्रीरामवाला सहित कई गांवों में टिड्डियों के पड़ाव से बर्बादी का मंजर शुरू हो गया।
यहां लहलहाती जीरा, अरण्डी, ईसबगोल, रायडा, गेंहू सहित अन्य फसलों को तबाह करना शुरू कर दिया। इस बार नए क्षेत्र में पड़ाव डालने से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ।
सूचना पर धनाऊ विकास अधिकारी गणपतलाल सुथार, पटवारी नंदलाल व जस्साराम देर शाम आलमसर के गांधीनगर पहुंचे। उन्होंने टिड्डी नियंत्रण दल के लिए टीमें कुछ ही देर में पहुंचने की बात कही।
टिड्डी के आक्रमण पर राजस्व मंत्री ने किया धारवी का दौरा
भिंयाड़ . ग्राम पंचायत धारवी कला में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने लंगों की ढाणी, मेहताब का बेरा, रणकदेव, ओमनगर, धारवी कला सहित अन्य गांवों के खेतों में पहुंच खराबे का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि टिड्डियों से हुए नुकसान का किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
इस दौरान धारवी कला सरपंच पृथ्वीसिंह व गिरधारीदान मोहड़ ने टिड्डियों के हमले से हुए नुकसान का जल्द मुआवजा दिलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हुई बेमौसमी बारिश से किसानों को नुकसान हुआ।
इसके बावजूद सरकार ने कोई सहयोग नहीं किया। अब टिड्डियों पर नियंत्रण के प्रभावी प्रयास होते तो एकबार फिर किसान नुकसान से बच जाते। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से तुरंत सहायता की मांग रखी।
Source: Barmer News