बाड़मेर. सावधान! सोशल मीडिया के दौर में व्हाट्सएप व मोबाइल कॉल के जरिए मीठी-मीठी बातें करने के बाद अपराध की शुगर बढ़ रही है। इन बातों के चक्कर में कहीं ऐसा न हो कि ऐसी चपत लगा दे कि रुपयों से भी धुल जाएं और सलाखों के पीछे भी जाना पड़े।
बाड़मेर जिले में इस तरह की गैंग सक्रिय हो गई है। हालांकि इस तरह की गैंग से लूटे हुए कई लोग तो शर्म की वजह से जुबान नहीं खोल पा रहे हैं। इस तरह की एक गैंग का दो साल पहले सदर पुलिस ने खुलासा भी किया था। इसके बावजूद यह खेल खत्म नहीं हुआ है।
– कइयों ने पैसे देकर मुंह छुपाया
इस तरह की दोस्ती के खेल में फंसे अंधिकाश तो किसी को शर्म के मारे बता ही नहीं पाए कि उनके साथ इस तरह खेल खेला गया। वहीं कुछ लोग इधर-उधर की उधार लेकर अपना पिण्ड छुड़वाया है। कई लोग पैसे नहीं देने की स्थिति में रहे तो अब उनकी धीरे-धीरे पोल खुल रही है।
– लाखों में होती है सौदेबाजी
बाड़मेर में इस तरह की गैंग पहले फेसबुक व व्हाट्सएप के जरिए युवाओं व अधेड़ लोगों को फोन के जरिए बात शुरू होती है। फिर धीरे-धीरे नंबर तक मिल जाते हैं। नंबर मिलने के बाद मिलना-जुलना और मनचाही बातें। फिर मिलने का ऑफर देकर फंसा देते हैं। फंसाने के बाद पहले बड़ी रकम की मांग फिर नहीं रकम मिली तो मामला थाना-कचहरी तक पहुंच ही जाता है।
केस.1
किसी अनजान युवक से लिफ्ट लेने के बहाने अपने जाल में फंसा लिया। फिर उसे कहीं अनजान स्थाल पर ले गए। वहां पर पहले से तीन-चार लोग मौजूद थे। महिला गाड़ी रोकने का कहकर उतर गई। फिर लाखों की सौदेबाजी कर छोड़ दिया।
केस.2
गैंग की महिला ने एक सरकारी कार्मिक को अपने झांसे में लिया। फिर उसे मीठी-मीठी बातें की। जब उसे ब्लैकमेल किया तो उसने बात करना छोड़ दिया तो उसके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज हुआ।
– सोशल मीडिया के दौर में सजग रहें
सोशल मीडिया के दौर में सजग रहें। सामाजिक मर्यादा बनाकर रखें। किसी भी अनजान से दोस्ती का हाथ मिलाने से पहले ही उसका चरित्र जान लें। ऐसा कोई षड्यंत्र करने का मामला पुलिस के सामने आएगा तो पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। कोई भी किसी को धोखे में रखकर फंसा रहा है तो इसकी शिकायत पुलिस को दर्ज करवाएं।
– शरद चौधरी, पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर
Source: Barmer News